31 दिसंबर तक ही चला पाएंगे मैग्नेटिक स्ट्रिप वाला एटीएम कार्ड

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AryaTv : Lucknow

सुबह सुबह जब आप अख़बार में ख़बर पढ़ते है कि किसी कि डेबिट कार्ड से पैसे निकाल ली गई है तो सबसे पहले आप पर्स चेक करते है, कार्ड देखते है  और मोबाइल फोन में मैसेज चेक करते है कि बैंक की तरफ से कोई मैसेज तो नही आया है।  कुछ लोग तो इतने स्मार्ट हो गए हैं कि ज़रा सा संदेह होने पर तुरंत कस्टमर केयर पर फोन करके पिन नंबर ब्लॉक करा देते हैं।

अगर आपके पास मैग्नेटिक स्ट्रिप वाला एटीएम कार्ड है, तो इसे समय पर बदल लें। ऐसे कार्ड 31 दिसंबर के बाद मान्य नहीं होंगे। बैंक इन कार्ड को फ्री में बदल रहे हैं और इनकी जगह चिप लगे कार्ड दिए जा रहे हैं। आरबीआई ने बैंकों को एटीएम धोखाधड़ी से बचने के लिए ग्राहकों को मैग्नेटिक डेबिट-क्रेडिट कार्ड की जगह चिप आधारित कार्ड देने के निर्देश दिए हैं। 2016 से बैंकों की ओर से चिप आधारित कार्ड दिए जा रहे हैं, मगर कई ग्राहकों के पास मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले कार्ड हैं। इन्हें 31 दिसंबर तक नहीं बदला गया तो ये कार्ड खुद ही निष्क्रिय हो जाएंगे। लीड बैंक अधिकारी संजय भाटिया के मुताबिक, इसके लिए एक फॉर्म भरना होगा, जिसके आधार पर नया कार्ड जारी कर दिया जाएगा। यह कार्ड उसी बैंक में बदले जाएंगे, जहां खाता है। साथ ही नए एडीएम कार्ड डाक के माध्यम से बैंक खाते में दर्ज पते पर आएंगे।

चिप कार्ड डाटा ज्यादा सुरक्षित होगा

चिप कार्ड को ईएमवी (यूरोपे मास्टरकार्ड वीज़ा) चिप कार्ड कहा जाता है। इसमें सिम कार्ड की तरह एक चिप लगी होती है। जबकि मैग्नेटिक कार्ड में काले रंग की चंबुकीय पट्टी लगी नजर आती है। ईएमवी चिप कार्ड अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार किया गया है। एम्बेडेड माइक्रोप्रोसेसर चिप के साथ लगी होती है। इसमें कार्डधारक का डाटा मैग्नेटिक कार्ड की तुलना में ज्यादा सुरक्षित रहता है।

अगर आपको अब तक एटीएम से पैसे निकालने के लिए एटीएम कार्ड और पिन की जरूरत होती है, तो अब जल्द ही ये ख़त्म होने वाला हैं।  जी हां, यस बैंक ऐसा एटीएम ला रहा है जिसमें न कार्ड की जरूरत होगी और न ही पिन की।  निजी क्षेत्र के यस बैंक ने फिनटेक क्षेत्र की स्टार्टअप नियरबाय टेक्नोलॉजीज के साथ करार किया है।  इस करार के तहत नियरबाय टेक बैंक को आधार आधारित ऐसा एटीएम उपलब्ध कराएगी, जिसमें कार्ड या पिन की जरूरत नहीं होगी।  ग्राहक रिटेलरों के पास पैसा जमा करा सकेंगे और निकाल सकेंगे।

यस बैंक ने बयान में कहा कि पेनियरबाय मोबाइल एप्लिकेशन का इस्तेमाल  कर अपने स्मार्टफोन को ही बैंक बनाया जा सकता है ।  इसमें कोई रिटेलर ग्राहकों के लिए आधार एटीएम-आधार बैंक शाखा के रूप में काम कर सकेगा और नकदी जमा कराने या निकालने की सुविधा दे सकेगा।

यस बैंक और नियरबाय ने इस सेवा को शुरू करने के लिए नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया के साथ नजदीकी में काम किया है।  पेनियरबाय आधार एटीएम यस बैंक और बिजनेस कॉरस्पॉन्डेंट के जरिये उपलब्ध होगा।  इसके नेटवर्क में 40,000 टच पॉइंट होंगे।

आधार नंबर और उंगली की छाप का इस्तेमाल कर ग्राहक उन स्थानों से नकदी निकाल सकेगा या किसी तरह का अन्य लेनदेन कर सकेगा।  नियरबाय ने आधार सेवाओं के बारे में जागरूकता तथा इसको लोकप्रिय बनाने के लिए रिटेलर्स एसोसिएशन आफ इंडिया से करार किया है।  इसके तहत ग्राहकों को जागरूक किया जाएगाऔर यह सेवा देश के दूरदराज स्थानों तक पहुंचाई जाएगी