अक्षय ऊर्जा भविष्य की मांगः प्रो.आई.डी.राम

Lucknow

वैकल्पिक ऊर्जा के प्रयोग को बढ़ावा देना चाहिएः प्रो.एच.डी.शर्मा

(AryaTv)आर्यकुल ग्रुप आॅफ कालेज में ’’ रिन्यूएबल एनर्जी प्रेजेंट एंड फ्यूचर पर्सपेक्टिव्स इन रिसर्च एंड इंडस्ट्रीज’’ विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार के दूसरे दिन मुख्य अतिथि के रूप में आई.डी राम सचिव यूपीसीएसटी लखनऊ, डायरेक्टर जनरल प्रो.भरत राज सिंह एसएमएस, केकेसी के प्राचार्य प्रो.एस.डी.शर्मा, आर्यकुल के संस्थापक केजी सिंह, आर्यकुल के प्रबंध निदेशक सशक्त सिंह उपस्थित रहे। कालेज प्रशासन द्वारा सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया गया। दूसरे सत्र के उद्घाटन सत्र का प्रारम्भ करते हुए प्रबंध निदेशक सशक्त सिंह ने सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया और कहा कि होली के बावजूद सभी अतिथि,शिक्षक,छात्र,छात्राएं, इस सेमिनार में समय निकाल कर आये हैं जिसके लिए मैं सभी का आभारी हॅू।

इसके साथ ही केकेसी के प्राचार्य प्रो.एच.डी.शर्मा ने कहा कि अगर भविष्य में प्रदूषण को कम करना है तो हमें अभी से अधिक से अधिक वैकल्पिक ऊर्जा के प्रयोग को बढ़ाना देना चाहिए। आज हिन्दुस्तान में बिजल की समस्या एक आम बात हो गयी है अगर हमें इस समस्या से निजात पानी है तो हमें जल्द ही अपने जीवन में वैकिल्पक ऊर्जा के प्रयोग को बढ़ावा देना ही होगा।

इसी क्रम में आई.डी राम सचिव यूपीसीएसटी लखनऊ ने बोलते हुए कहा कि हमें अपने जीवन में प्रयोग जरूर करना चाहिए तभी हम प्रायोगिग रूप से किसी भी चीज को जान सकेंगे। उन्होंने कहा कि अक्षय ऊर्जा से ज्यादा ऊर्जा हमारे अन्दर ही विद्यमान हैं हमें अपनी ऊर्जा को प्रयोग समाज हित में करना चाहिए। आज भी कई गांव व शहर बिजली की समस्या से जूझ रहें हैं जिनके प्रति किसी का ध्यान नहीं जाता हमें उन लोगों के प्रति सोचना चाहिए जो कि बिजली न मिलने से समय के साथ नहीं चल पा रहें हैं। ऊर्जा स्रोतों का उचित उपयोग बनाए रखने के लिए समय की मांग है, क्योंकि पर्यावरण में तेजी से हो रही गिरावट की समस्या का समाधान अक्षय ऊर्जा स्रोतों को अपनाकर ही किया जा सकता है। अक्षय ऊर्जा स्रोतों को अपना कर हमारे भारत का भविष्य पूरी तरह से सुरक्षित होगा। जो कि नये भारत निमार्ण में उपयोगी सिद्ध होगा।


डायरेक्टर जनरल प्रो.भरत राज सिंह ने कहा कि इस राष्ट्रीय सेमिनार के सफल आयोजन के लिए आर्यकुल कालेज प्रशंसा का पात्र है क्योंकि भविष्य को देखते हुए अक्षय ऊर्जा का प्रयोग समय की मांग है। इसके साथ ही पर्यावरण के बारे में बताते हुए कहा कि अगर हम जल्द ही अक्षय ऊर्जा को प्रयोग नहीं लाया जाता है तो भविष्य में पर्यावरण संकट खड़ा हो सकता है। हमें अपने पर्यावरण को सुरक्षित रखेन के लिए अक्षय ऊर्जा का प्रयोग करना होगा और सभी को इसके प्रति जागरूक करना होगा।


कार्यक्रम में मुख्य रूप से कालेज के रजिस्ट्रार सुदेश तिवारी,प्राचार्य डी.एम.त्रिपाठी, अंकिता अग्रवाल, नेहा वर्मा, डाॅ.आदित्य सिंह, डाॅ.स्तुति वर्मा, डॉ.शशांक तिवारी, डाॅ.नवनीत, बी.के.सिंह, डाॅ.संजय यादव, शिवभद्रा सिंह, प्रियंका केसरवानी, रश्मि सागर, निधि कुमारी, स्वाती सिंह, संचालिका मिश्रा, आशुतोष यादव, आकांक्षा सिंह, विनीता दूबे, सिद्धार्थ महन्ता, अब्दुल रब खान, सिद्धार्थ राजेन्द्र, शशांक मेहरोत्रा,एस.सी.तिवारी, रवि पाठक, गीता मिश्रा, नीलम भास्कर, धनेश प्रताप सिंह, प्रणव पाण्डेय, पंकज यादव , हर्ष नारायण सिंह, रोहित वर्मा, अंकुर, मोनी, कल्याणी, खुशबू,सर्वजीत, कौशल इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।