बुधवार को मुंबई में रिपब्लिक भारत के सम्पादक अर्णब गोस्वामी पर हमला हुआ। वह अपने परिवार के साथ जा रहे थे। आरोप है कि हमलावर यूथ कांग्रेस से जुड़े हैं। अब सवाल यह उठता है कि उन्होंने अर्णब पर हमला क्यों किया।
दरअसल अर्णब ने एक डिवेट के दौरान मुंबई में 2 संतों की निर्मम हत्या पर सवाल खड़े करते हुए कांग्रेस से तीखा सवाल किया था। इसके बाद से कांग्रेसी नाराज थे।
अर्णब ने क्या पूरा था
अर्णब ने कहा था कि इस मामले में मीडिया का रवैया काफ़ी पक्षतापूर्ण है। कोरोना वायरस पर तो सभी न्यूज़ चैनल कार्यक्रम कर रहे हैं। लेकिन साधुओं की मॉब लिंचिंग पर सारे के सारे मौन धारण किए हुए हैं। इस दौरान उन्होंने कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी पर भी निशाना साधा था और उनसे सवाल पूछे।
अर्नब ने याद दिलाया कि देश की 80% जनसंख्या सनातन धर्म को मानती है। सनातनी है। वे साधुओं की क्रूरता से की गई हत्या से व्याकुल दिखे थे। अर्नब ने कहा था कि आज भारत में हिन्दू होना और भगवा वस्त्र धारण करना पाप हो गया है। अर्नब ने कहा था कि अगर किसी पादरी की हत्या होती तो कॉन्ग्रेस पार्टी और इसकी ‘रोम से आई हुई, इटली वाली’ सोनिया गाँधी बिलकुल चुप नहीं रहतीं। अर्नब ने दावा किया कि मॉब लिंचिंग पर सोनिया गाँधी आज चुप हैं तो इसका मतलब है कि वो मन ही मन में खुश भी हैं।