(www.arya-tv.com)लंबे अंतराल के बाद इरफान ने बड़े पर्दे पर वापसी की है। फिल्म अंग्रेजी मीडियम के जरिए। यह उनकी हिट फिल्म हिंदी मीडियम की अगली किस्त है। अंग्रेजी मीडियम सीक्वल नहीं है, क्योंकि इसकी कहानी वहां से शुरू नहीं होती, जहां हिंदी मीडियम की खत्म हुई थी। दोनों फिल्मों में इरफान और दीपक डोबरियाल हैं, लेकिन उनके किरदार की पृष्ठभूमि अलग है। अब वे दिल्ली से उदयपुर पहुंच गए हैं। हालांकि दोनों फिल्मों का केंद्रीय विषय शिक्षा ही है, लेकिन कहानी और किरदार बदल गए हैं।
यह फिल्म मध्यमवर्गीय परिवारों के बच्चों के विदेश में पढ़ाई करने की आकांक्षा को केंद्र में रख कर बनाई गई है। फिल्म ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि देश में रहकर भी अच्छी शिक्षा हासिल की जा सकती और अच्छा करियर बनाया जा सकता है। विदेश में कई अच्छी बातें हैं, लेकिन भारत भी बुरा नहीं है। निर्देशक युवा पीढ़ी की आधुनिक सोच की वकालत करते हुए भारतीय मूल्यों के महत्व को बताने की कोशिश करते हैं। एक गंभीर संदेश को निर्देशक होमी अदजानिया ने हल्के फुल्के अंदाज में देने की कोशिश की है। कॉमेडी ही इस फिल्म की जान है। निर्देशक ने फिल्म में एक बाप बेटी के रिश्तों को भी भावनात्मक रूप से पेश किया है। फिल्म की पटकथा बहुत कसी हुई नहीं है। फिल्म बार बार पटरी से उतरती है, हालांकि क्लाइमैक्स फिल्म को थोड़ा संभालता है। जिन्होंने हिंदी मीडियम देखी है, उन्हें ये फिल्म थोड़ी कमजोर लगेगी। बतौर निर्देशक होमी अदजानिया औसत से ऊपर नहीं उठ पाए हैं। जाहिर है, इसी वजह से अच्छी कॉमेडी और अच्छे अभिनय के बावजूद फिल्म भी औसत से बेहतर नहीं बन पाई।