- एंटी रोमिओ पहले सक्रिय थी अब निष्क्रिय हुई, अधिकारियों का दावा अभी भी पहले की तरह काम कर रही
- टीमएनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार हर दो घंटे में बलात्कार का एक मामला उत्तर प्रदेश में दर्ज हो रहा
(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश में महिला अपराध से जुड़े मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अमेरिका में पढ़ने वाली सुदीक्षा की बुलंदशहर शहर में छेड़खानी से बचने के दौरान सड़क हादसे में मौत हो गई। बीते दिनों गाजियाबाद में भांजी को छेड़खानी से बचाने के दौरान पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या को लोग भूल भी नहीं पाए थे कि बुलंदशहर की घटना ने एक बार फिर दिल दहला दिया। एंटी रोमियो दल शुरू में सक्रिय दिखाई दिया लेकिन मौजूदा कुछ महीनों से गायब हैं।
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार हर दो घंटे में बलात्कार का एक मामला उत्तर प्रदेश में दर्ज हो रहा है। आंकड़ों पर गौर करें तो 2018 में बलात्कार के 4,322 मामले दर्ज किए गए थे। राज्य में महिलाओं के खिलाफ 59,445 अपराध दर्ज किए गए हैं, जिनमें रोजाना 62 मामले सामने आए हैं। यह 2017 में 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जब कुल 56,011 अपराध दर्ज किए गए थे। फिलहाल एनसीआरबी ने 2018 के बाद कोई भी अपराध का आंकड़ा नहीं जारी किया। हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा तीन साल में जारी किए आंकड़ों में अपराध कम होना बताया गया हैं। वहीं पूर्व डीजीपी अरविंद कुमार जैन का कहना हैं वारदात में तेजी आई है लेकिन कठोर कार्यवाही होना जरूरी हैं। एनएसए व रासुका जैसी कार्यवाही अपराधियों का मनोबल तोड़ती हैं।
यूपी पुलिस का दावा अपराध में आई कमी
यूपी पुलिस के आंकड़ों में देखे तो प्रदेश में लूट, रेप, हत्या और डकैती जैसे अपराधों में 99 फीसदी गिरावट आई है। बता दें कि इससे पहले यूपी में हर दिन महिलाओं के खिलाफ औसतन 162 मामले दर्ज होते थे। यूपी पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 के पहले 6 महीने में यूपी में 19,761 आपराधिक मामले सामने आए थे। इनमें रेप के 1,224, शारीरिक शोषण के 4,883, छेड़छाड़ के 293 और घरेलू हिंसा के 6,991, हत्या के 1,088, अपहरण के 5,282, मामले शामिल थे।
एंटी रोमियो स्क्वॉड पहले ऐक्टिव, फिर गायब
भाजपा सरकार बनने की शुरुआत में एंटी रोमियो स्क्वॉड के नाम पर सोशल मीडिया पर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आईं। एक साल तक तो एंटी रोमियो स्क्वॉड काफी सक्रिय दिखा। गली-मोहल्लों से लेकर शॉपिंग मॉल, बाजार और कॉलेज-स्कूल के बाहर यह दस्ता शोहदों पर नजर रखता रहा। जानकारी के अनुसार मार्च 2018 तक एंटी रोमियो स्क्वॉड ने 26 लाख 36 हजार से ज्यादा लोगों की चेकिंग की थी। यह भी गौर करने वाली बात है कि 2017 से 18 के बीच जब स्क्वॉड काफी सक्रिय था यूपी में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले काफी बढ़ गए। महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में 9075 से 11,249 तक इजाफा हो गया।
आईजी लॉ ऐंड ऑर्डर ज्योति नारायण के मुताबिक एंटी रोमियो अभी भी सक्रिय हैं। ऐंटी रोमियो स्क्वॉड द्वारा की गई कार्रवाई का आंकड़ा बताया, ’22 मार्च 2017 से 15 मार्च 2020 तक यूपी के 10 जोन में कार्रवाई हुई जिसमें कुल 79 लाख 42 लाख 124 लोगों की चेकिंग हुई जिसमें 10, 831 लोगों की गिरफ्तारी हुई और 33 लाख 34 हजार 852 लोगों को चेतावनी जारी की गई।
अपराध रोका नहीं जा सकता लेकिन ठोस कार्यवाही होनी चाहिए
पूर्व डीजीपी बोले चार महीने ठप्प रहने के बाद अपराध की घटनाएं बढ़ने की संभावना थी। ऐसा ही होता दिखाई दे रहा हैं। लेकिन अपराध की घटनाओं में ठोस कार्यवाही होने से अपराधियों में डर और उनका मनोबल टूटता हैं। उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य हैं यहां कि 23 करोड़ जनसंख्या के बीच ने अपराध की घटनाएं कम हो जाए ऐसा दावा नहीं किया जा सकता हैं। यकीनन हर घटना में कठोर कार्यवाही होने से जैसे रासुका/एनएसए जैसी कार्यवाही पर अपराधियों मनोबल टूटता हैं।
ग़ाज़ियाबाद में भांजी से छेड़छाड़ का विरोध करने पर पत्रकार की हत्या का मामला
गाज़ियाबाद में बदमाशों ने एक पत्रकार पर गोली मारी थी क्योंकि उसने 16 जुलाई को भांजी के साथ हुई छेड़छाड़ की शिकायत की थी। 20 जुलाई की सुबह घायल पत्रकार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। पत्रकार विक्रम जोशी पर गोली चलाए जाने के मामले में अब तक पुलिस ने 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। वहीं, चौकी इंचार्ज समेत दो पुलिस कर्मियों को लापरवाही बरतने पर सस्पेंड भी कर दिया गया है।
