(www.arya-tv.com) अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि सुसाइड केस में आनंद गिरि की बेल पर शुक्रवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। हाईकोर्ट ने CBI से फर्द बरामदगी का रिकॉर्ड मांगा है। CBI की तरफ से बहस होगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट की सिंगल बेंच के जज जस्टिस राहुल चतुर्वेदी ने पिछली सुनवाई पर इस केस से अपने को अलग कर लिया था। यह केस चीफ जस्टिस के पास चला गया था।
व्यक्तिगत कारणों से जस्टिस ने खुद को अलग किया
आनंद गिरि ने पहले लोवर कोर्ट में जमानत अर्जी दाखिल की थी। वहां से जमानत खारिज होने के बाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। 26 अगस्त को भी सुनवाई थी। सुनवाई से पहले जस्टिस राहुल चतुर्वेदी ने इस केस से व्यक्तिगत कारणों से खुद को अलग कर लिया था। उन्होंने यह केस चीफ जस्टिस राजेश बिंदल के पास रेफर कर दिया है। अब इस केस की सुनवाई के लिए नई बेंच का गठन कर दिया गया है। जस्टिस संजय कुमार सिंह की बेंच में इस मामले की सुनवाई 2 सितंबर यानी आज होगी।
CBI की चार्जशीट में आनंद गिरि हैं दोषी
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और श्री मठ बाघमबारी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरी की 20 सितंबर 2021 को श्री बाघमबारी गद्दी मठ अल्लापुर के गेस्ट हाउस में शव मिला था। नरेंद्र गिरी का शव गेस्ट हाउस के पंखे के चुल्ले से फंदे पर लटका था। CM योगी ने पहले विशेष जांच दल का गठन किया था, लेकिन बाद में इस मामले की CBI जांच की केंद्र सरकार से सिफारिश की थी।
अब इस मामले को विशेष जांच दल से लेकर CBI को सौंप दिया गया है। CBI इस मामले की जांच कर रही है। आरोपियों, नरेंद्र गिरि के सेवादारों और मठ से जुड़े शिष्यों से कई बार पूछताछ भी हो चुकी है। सुसाइड नोट में आनंद गिरि, लेटे हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी प्रसाद तिवारी, उनके बेटे संदीप तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। तीनों नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं।