प्रयागराज।(www.arya-tv.com) पीपल गांव में रहने वाले पूर्व फौजी नरेंद्र कुमार पाल की तीन बेटियों और एक पुत्र में 21 वर्षीय हेमा पाल सबसे बड़ी थी सिरफिरे आशिक ने युवती को बातचीत के लिए सुनसान जगह पर बुलाया और फिर गला घोंटकर हत्या कर दी। लाश बोरे में भरकर रेलवे ट्रैक पर फेंक दी। युवती का शव बुधवार को मिलने पर पुलिस ने हत्या आरोपित युवक को साथी समेत दबोच लिया।
वह पढ़ाई पूरी करने के बाद सिविल लाइंस में बिग बाजार स्थित रेस्टोरेंट में काम करने लगी थी। हेमा मंगलवार सुबह घर से बिग बाजार के लिए निकली जरूर लेकिन शाम को घर नहीं लौटी। उसका मोबाइल भी ऑफ होने से परिजन परेशान हो उठे। बुधवार की अपराह्न को झलवा से करीब दो किलोमीटर दूर ददनपुर कोटवा गांव के पास रेलवे ट्रैक पर बोरे में लड़की की क्षत-विक्षत लाश मिली।
धूमनगंज थाने की पुलिस ने शिनाख्त नहीं होने पर शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। इसकी जानकारी होने पर हेमा के परिजन चीरघर पहुंचे और शव की पहचान की। हेमा के बाबा विजय पाल ने झलवा के प्रीतम यादव पर हत्या का आरोप लगाया। उन्होंने पुलिस को बताया कि प्रीतम कई साल से हेमा को परेशान कर रहा था। एक बार उसे फटकारा भी गया था। पुलिस ने प्रीतम को देर शाम पकड़ लिया। एक स्कूल की वैन चलाने वाले प्रीतम ने पूछताछ में गुनाह कुबूल लिया।
सीओ बृज नारायण सिंह ने बताया कि पूछताछ की जा रही है। प्रीतम ने पुलिस को बताया कि वह हेमा से इकतरफा प्यार करता था मगर वह उसे झिड़क देती थी। एक बार वह घर पर मिलने गया तो उसे डांटकर भगा दिया था। इससे वह बौखलाया था। उसे पता चला कि हेमा की शादी तय कर दी गई है। मंगलवार सुबह उसने हेमा को फोन पर झांसा दिया कि बहुत जरूरी बात करनी है। वह झलवा के पास मिली तो उसे दोस्त की बाइक पर बैठाकर कोटवा गांव की तरफ सुनसान में ले गया।
वहां उसे शाम तक अपने प्यार का वास्ता देता रहा लेकिन वह उसकी बात ही नहीं सुनना चाह रही थी। गुस्से में उसने हेमा को गला दबाकर मार दिया। लाश को बोरे में भरकर रेलवे ट्रैक पर डाल दिया। उसका मोबाइल फोन और पर्स भी रेलवे पटरी पर फेंक दिया। पुलिस ने प्रीतम के साथी को भी पकड़ा है जिसकी बाइक पर वह हेमा को बैठाकर ले गया था।