(www.arya-tv.com) प्रयागराज. माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ के साले सद्दाम ने दोनों की कई बेनामी संपत्तियों के बारे में खुलासा किया है. सद्दाम ने बताया कि रियल स्टेट की दो कंपनियों से करोड़ों की कमाई हो रही थी. सूत्रों के मुताबिक सद्दाम ने जेल जाने से पहले अपनी बहन जैनब फातिमा और बहनोई अशरफ के आलीशान मकान के बारे में भी जानकारी दी है. उसने बताया है कि अशरफ और उसकी पत्नी जैनब फातिमा के नाम दिल्ली के ओखला में आलीशान मकान है.
सद्दाम ने बताया है कि रियल स्टेट की सॉलिटियर वैली और हिमालय कंपनी अशरफ की ही है. दोनों कंपनियों में प्रयागराज से लेकर दिल्ली तक के लोग जुड़े हैं. प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने हिमालय कंपनी के राजरूपपुर स्थित कार्यालय को भी सील किया था. इस कंपनी में विनीत, मयंक अग्रवाल, जियाउद्दीन, खालिद जफर, अतुल द्विवेदी समेत कई अन्य लोग जुड़े हुए हैं. यही लोग काम करने के बाद अशरफ को हिस्सा पहुंचाते थे. इसमें अतीक अहमद का करीबी इमरान भी जुड़ा था.
सद्दाम ने बताया है कि खालिद जफर धूमनगंज में गद्दियों की प्रॉपर्टी खरीदने और बेचने का काम संभालता था. वह अतीक और अशरफ की बहन का दामाद भी है. खालिद जफर वह बिल्डर है जिसने उमेश पाल की हत्या से पहले हत्या की धमकी दी थी. जमीन देने या फिर एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी. उमेश पाल ने खालिद जफर के खिलाफ एक करोड़ की रंगदारी मांगने की धूमनगंज थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. उमेश पाल हत्याकांड में भी खालिद जफर का नाम विवेचना में आया था. उमेशपाल हत्याकांड के बाद से ही खालिद जफर फरार है. खालिद जफर को अतीक अहमद का फाइनेंसर भी कहा जाता है. ईडी ने भी खालिद जफर के घर पर छापेमारी की कार्रवाई की थी. अतीक और अशरफ की बेनामी संपत्तियों को लेकर कई दस्तावेज बरामद किए थे. हालांकि खालिद जफर अभी भी फरार चल रहा है. इस खुलासे के बाद पुलिस ने खालिद जफर की भी तलाश तेज कर दी है.
28 सितंबर को STF ने किया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि उमेश पाल शूटआउट केस में षडयंत्र के आरोपी सद्दाम को यूपीएसटीएफ ने 28 सितंबर को दिल्ली के मालवीय नगर से गिरफ्तार किया था. सद्दाम उस वक्त अपनी प्रेमिका अनम से मिलने जा रहा था. सद्दाम के खिलाफ बरेली के बिथरी चैनपुर और बारादरी थाने में एक-एक मुकदमा दर्ज है. बरेली पुलिस ने उसके खिलाफ एक लाख का इनाम भी घोषित किया हुआ था. सद्दाम के खिलाफ कुल 6 मुकदमे दर्ज हैं. चार मुकदमे प्रयागराज के धूमनगनगंज थाने में दर्ज हैं, जबकि दो मुकदमे बरेली में ही दर्ज हैं. प्रयागराज पुलिस भी सद्दाम को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी कर रही है.