समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने राजनीति में जातिवाद के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मेरे सीएम आवास से जाने के बाद उसे गंगाजल से धोया गया. सबसे ज्यादा जातिवादी बीजेपी है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अखिलेश और सपा पर जातिवादी राजनीति करने के आरोपों पर यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी से जातिवादी पार्टी कोई नहीं है. वो जातिवादी लोग हैं, जाति के आधार पर फैसला लेते हैं.
जातिवाद पर क्या बोले अखिलेश?
बीजेपी और सीएम योगी द्वारा जातिवाद की राजनीति करने के आरोप से जुड़े सवाल पर अखिलेश ने कहा कि यह जातियां हमने नहीं बनाई, यह कोई मनु महाराज आए थे उन्होंने बना दी. और जिसको जो काम करना था, उसने काम नहीं किया. अगर जिसका जो काम था, वह करता तो हमारा देश अशिक्षित नहीं होता. गुलाम नहीं होता. हम मुगलों से भी गुलाम रहे और अंग्रेजों से भी गुलाम रहा. तो जिसको जो काम करना था, उसने वो काम नहीं किया उसी का परिणाम ये है कि सबसे ज्यादा हम अशिक्षित हैं और सबसे ज्यादा हमारा देश गुलाम भी रहा.
हिन्दी अखबार अमर उजाला के एक कार्यक्रम में अखिलेश ने कहा कि साल 2017 में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 5 कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास को गंगाजल से धुलवाने का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा कि जहां तक सवाल जातिवाद का है, इस मुख्यमंत्री जी यह भी बता कर चला जाएं कि इस उत्तर प्रदेश में किसी ने किसी का मुख्यमंत्री आवास नहीं धोया होगा गंगा जल से. जिस समय मैं वहां से बाहर हुआ बताओ गंगाजल से धोया था या नहीं धोया.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के दावे पर पलटवार किया है. कन्नौज सांसद ने दावा किया कि चूंकि योगी सरकार ने एक्सप्रेस वे की गुणवत्ता से समझौता किया इसलिए सस्ते में बन गया.
सपा चीफ ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के मानक के साथ खिलवाड़ किया गया केवल यह दिखाने के लिए कि सस्ता है लेकिन क्वालिटी से कितना कंप्रोमाइज किया. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने वो भी नेताजी (स्व. मुलायम सिंह यादव) की वजह से रिकॉर्ड टाइम में, 21 महीने में 323 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे बना कर दिखाया था.
अखिलेश ने योगी को दिया ये जवाब
अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री जी (योगी आदित्यनाथ) यह बात नहीं समझते कि एक्सप्रेस वे क्या चीज है. मुझे उम्मीद है कि इस सवाल जवाब के बाद वह उन अधिकारियों को बुलाएंगे जिन्होंने कान भरे हैं. अखिलेश ने कहा कि इंडियन रोड कांग्रेस जो कहती है कि रोड का जो मीडियन होगा वह 12 से 14 मीटर का होगा. जब आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे बना था रोड कांग्रेस के मानक नहीं आए थे. जो पूर्वांचल एक्सप्रेस वे हमारी सरकारी ने डिजाइन किया था उसका मीडियन यानी डिवाइडर, 12 मीटर का था. दो सड़कों के बीच की दूरी 12 मीटर थी. और सर्विस लेन थी. मंडियां थीं. वे साइट एमिनिटीज थी. उसकी वजह से दाम बढ़ रहे थे.
गोरखपुर लिंक सड़क का उठाया मुद्दा
सपा चीफ ने कहा कि आज जो एक्सप्रेस वे बना है उसका मीडियन देख लीजिए. एक भी मंडी बनी हो तो बता दें आप. और मैंने पहले ही जिक्र किया जो शौचालय बनाए वो ऐसे बनाए कि उसमें कोई जा ही नहीं सकता. सस्ता दिखाने के लिए मानक से खिलवाड़ किया. कन्नौज सांसद ने कहा कि इस सरकार ने एक्सप्रेस वे बनाने में सेफ्टी और सिक्योरिटी से खिलवाड़ किया.
अखिलेश ने गोरखपुर लिंक सड़क को लेकर कहा कि एक गोरखपुर लिंक सड़क बन रही है. 2022 में उसकी शुरुआत हो जानी चाहिए थी. 90 किलोमीटर की सड़क 7,000 करोड़ रुपये में बन रही है. इससे ज्यादा गोरखधंधा क्या हो सकता है? मैं तो कहता हूं कि दिल्ली की सरकार इसकी जांच कर जिन लोगों ने इंडियन रोड कांग्रेस के मानकों से खिलवाड़ किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई हो.
हिन्दी अखबार अमर उजाला के एक कार्यक्रम में अखिलेश ने विनय शंकर तिवारी के खिलाफ ईडी एक्शन और उनके घर की बाउंड्री तोड़े जाने पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि हाता से झगड़ा कोई नया नहीं है, बहुत पुराना है, इनको हाता नहीं भाता है.
