(www.arya-tv.com) कांवड़ यात्रा और कांवड़ियों की हर एक सुविधा को योगी सरकार और प्रशासन दोनों ही अलर्ट मोड पर है. योगी सरकार का स्पष्ट फरमान है कि रास्ते में कांवड़ियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए. इसी कड़ी में सहारनपुर डीआईजी अजय साहनी ने आदेश जारी करते हुए कहा कि सहारनपुर मंजल में पड़ने वाली सभी कांवड़ मार्ग पर दुकानदार और रेड़ी वालों को नाम लिखना होगा. यानी कि अब मुजफ्फरनगर के बाद सहारनपुर और शामली में भी दुकानदार रेडी वालों को नाम लिखना होगा.
डीआईजी सहारनपुर ने जानकारी देते हो बताया की पूर्व में भी ऐसी घटनाएं देखने को मिली की नाम को लेकर विवाद देखा गया, जिसके चलते यह फैसला लिया गया की रेडी और दुकानदार अपनी दुकान के आगे अपना नाम जरूर लिखें, जिससे कोई विवाद उत्पन्न ना हो और कावड़ यात्रा सुचारु रूप से संपन्न कराए जा सके. बता दें कि इससे पहले मजफ्फरनगर जिले की पुलिस ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर खाने-पीने की सभी दुकानों पर मालिकों का नाम प्रदर्शित करने का आदेश जारी किया था, जिससे सियासी बवाल मच गया.
सूबे के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर निशाना साधा है और कहा है कि अगर दुकानदार का नाम गुड्डू, मुन्ना और फत्ते होगा तो वो क्या करेंगे.’ अखिलेश यादव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘और जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते है, उसके नाम से क्या पता चलेगा? माननीय न्यायालय स्वत: संज्ञान ले और ऐसे प्रशासन के पीछे के शासन तक की मंशा की जाँच करवाकर, उचित दंडात्मक कार्रवाई करे. ऐसे आदेश सामाजिक अपराध हैं, जो सौहार्द के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ना चाहते हैं.’ स्थानीय पुलिस प्रमुख अभिषेक सिंह ने एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसे कांग्रेस नेता पवन खेड़ा और असदुद्दीन ओवैसी ने ही एक्स पर शेयर किया.
अभिषेक सिंह ने कहा, ‘जिले में कांवड़ यात्रा की तैयारियां शुरू हो गई हैं. जिले में लगभग 240 किलोमीटर का कांवड़ मार्ग है. मार्ग पर सभी होटल, ढाबे, ठेले वालों से अपने मालिकों या फिर वहां काम करने वालों के नाम प्रदर्शित करने को कहा गया है. यह इसलिए जरूरी है ताकि किसी भी प्रकार का कोई भ्रम किसी कांवड़िये के अंदर ना रहे.’