यमुना में डूब रहे थे 4 युवक, जान पर खेल बचा लाई यह लड़की, बेटी की हिम्मत को लोग कर रहे सलाम

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(www.arya-tv.com): बीते मंगलवार को आगरा बाह बटेश्वर रानी घाट पर पूजा सामग्री बेचने वाली एक बेटी ने अपने अदम्य साहस के बलबूते पर चार डूबते हुए नौजवानों की जिंदगी बचा ली. इस कारनामे के बाद अब यह बेटी सुर्खियों में है. साहस और हिम्मत का परिचय देने वाली बेटी का नाम मोहिनी गोस्वामी है. मंगलवार को गणेश विसर्जन के दौरान चार युवक यमुना नदी में डूब गए. देखने वाले युवकों को डूबता देख रहे थे, लेकिन घाट पर पूजा सामग्री बेचने वाली मोहनी गोस्वामी ने बिना अपनी जान की परवाह किए यमुना में छलांग लगा दी और चारों युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया.

मोहिनी को किया जा रहा सम्मानित 

यमुना नदी में डूबने से बचे फिरोजाबाद के आकाश और हिमालय समेत चारों युवक मौके से भाग गए. नदी में डूबने वाले चारों युवकों की जान बचाने वाली मोहिनी गोस्वामी को मंदिर प्रबंधक अजय भदौरिया, नत्थीलाल गोस्वामी, पुजारी राकेश वाजपेयी ने पुरस्कृत कर उसका हौसला बढ़ाया. मोहिनी को इनाम स्वरूप ₹200 दिए. इस घटना के बाद मोहिनी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लोग मोहिनी की हिम्मत और हौसले की तारीफ कर रहे हैं. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि लड़की होते हुए मोहिनी ने जो साहस और हौसले का परिचय दिया, वह काबिले तारीफ है. मौत के मुंह से चार लड़कों की जान बचाकर आई है.

मोहनी कई सालों से रानी घाट पर बेचती है पूजा सामग्री

मोहिनी पिछले कई सालों से बटेश्वर घाट पर ही बैठकर एक छोटी दुकान लगाती है. हर रोज वह बटेश्वर भोले बाबा के दर्शन करने आने वाले और यमुना में डुबकी लगाने वाले भक्तों को पूजा सामग्री बेचती है. इसी दुकान से होने वाली कमाई से वह अपने पिता के साथ घर चलाने में मदद भी करती है.

कैसे डूबे युवक यमुना में ?

घटना मंगलवार शाम करीब पांच बजे की है. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो फिरोजाबाद से कई श्रद्धालु गणेश विसर्जन के लिए बटेश्वर घाट पर पहुंचे थे. यहां पर आकाश (19साल), हिमालय (17 साल) और उनके दो दोस्त प्रतिमा लेकर यमुना में उतर गए. घाट पर भीड़ अधिक थी. यह चारों लोग अति उत्साह में आ गए और यमुना की तरफ बढ़ गए .अचानक चारों का संतुलन बिगड़ गया और वो यमुना में डूबने लगे. युवकों को डूबते देख लोगों ने शोर मचाया. शोर सुनकर घाट पर पूजा सामग्री बेचने वाली युवती मोहिनी (18) वहां पहुंची. वह युवकों को बचाने के लिए यमुना में कूद पड़ी. उसने एक-एक करके चारों युवकों को यमुना से बाहर निकाला.