रूसी सेनाओं ने मेलिटोपोल के मेयर को किडनैप किया, जेलेंस्की बोले- ये IS के आतंकियों जैसी हरकत

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(www.arya-tv.com) रूस-यूक्रेन युद्ध का आज 17वां दिन है। रूसी सेना ने यूक्रेन की मेलिटोपोल सिटी के मेयर इवान फेडोरोव का अपहरण कर लिया। ये जानकारी यूक्रेन की संसद के ट्वीटर एकाउंट पर दी गई है। इवान ने रूसी सेना को सहयोग करने से मना कर दिया था। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की बोले- ये IS के आतंकियों जैसी हरकत है।

जेलेंस्की ने कहा- यह रूसी सेना की कमजोरी का संकेत है। वे आतंक के नए लेबल पर हैं। वे यूक्रेनी अफसरों के प्रतिनिधियों को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। मेलिटोपोल के मेयर को किडनेप करना एक समुदाय के खिलाफ अपराध है। रूसी सेना इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों की तरह हरकत कर रहे हैं।इधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी- अगर रूस ने यूक्रेन में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया तो वह इसकी गंभीर कीमत चुकाएगा। उन्होंने कहा- अगर नाटो और रूस में सीधी लड़ाई हुई तो तीसरे विश्व युद्ध शुरू हो जाएगा। संयुक्त राज्य अमेरिका, अन्य पश्चिमी देशों की तरह यूक्रेन को विमान-रोधी और टैंक-रोधी मिसाइलों जैसे हथियार भेज रहा है। साथ ही खुफिया जानकारी भी साझा कर रहा है।

यूक्रेन में सिविल इलाकों में हमले का आरोप
यूक्रेन को जल्द से जल्द घुटने टेकने के लिए मजबूर करने की चाहत में रूसी सेना पर अब आबादी वाले इलाकों को निशाना बनाने के आरोप लग रहे हैं। यूक्रेन के अधिकारियों ने रूसी सेना पर मारियुपोल में नागरिक इलाकों में बमबारी के बाद पोर्ट सिटी माएकोलेव में भी आम जनता के घरों पर रॉकेट हमले का आरोप लगाया है। रूसी सेना द्वारा यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहर एक छोटे टाउन मोशचुन में घरों में लगाई गई। आग की सैटेलाइट तस्वीरें भी सामने आई हैं।

यूक्रेन पर वैक्यूम बम का हमला, जानिए आम बमों से ये क्यों है खतरनाक
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि रूसी रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन में इंसान को पल भर में भाप बनाने वाले खतरनाक वैक्यूम बमों के इस्तेमाल की बात मानी है। जानिए क्या होते हैं वैक्यूम बम? क्यों होते हैं ये आम बमों से खतरनाक?

चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट पर खतरा
चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट को लेकर भी खतरा बढ़ गया है। एक तरफ प्लांट की बिजली अब तक बहाल नहीं हुई है, वहीं प्लांट में बंधक बनाए गए लोगों में से एक की बेटी ने दावा किया है कि कब्जा करने वाले रूसी सैनिकों को न्यूक्लियर सिक्योरिटी की कोई जानकारी नहीं है।

यूक्रेनियन अधिकारियों का कहना है कि रूस ने अब तक चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट की बिजली बहाल नहीं की है, जिससे रेडिएशन के बड़े पैमाने पर फैलने का खतरा बढ़ गया है। साथ ही यूक्रेन की इंटेलिजेंस एजेंसी ने इस न्यूक्लियर प्लांट पर नकली आतंकी हमला दिखाने की साजिश रचने का आरोप रूस पर लगाया है। एजेंसी का दावा है कि इसके जरिए रूस अन्य देशों पर यूक्रेन का समर्थन नहीं करने के लिए ब्लैकमेल करना चाहता है।