(www.arya-tv.com)अफगानिस्तान के लोग गोमेद पत्थर के बने हुए टेलीफोन से बात करते हैं. यही नहीं मार्बल के बने शतरंज को वहां का बच्चा-बच्चा खेलता है. सुनकर आपको हैरानी हो रही होगी. लेकिन यह हकीकत है. लखनऊ में पांचवा भारत अंतरराष्ट्रीय मेगा ट्रेड फेयर चल रहा है, इसमें अफगानिस्तान से आए हुए लोग मार्बल का बना हुआ शतरंज और गोमेद पत्थर का बना हुआ टेलीफोन लेकर आए हैं, जिसे देखकर लखनऊ के लोग भी हैरान हैं और ये आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं.
मार्बल के शतरंज को लखनऊ में लाने वाले इमरान कुरैशी ने बताया कि वह राजस्थान के रहने वाले हैं और अफगानिस्तान के सामानों को राजस्थान समेत पूरे देश भर में बेचते हैं. उन्होंने बताया कि शतरंज मार्बल का बना हुआ है. इसका वजन 130 किलोग्राम है. इसकी कीमत डेढ़ लाख रूपए है. यह अनोखी चीज लखनऊ में पहली बार आई है, जबकि अफगानिस्तान का बच्चा-बच्चा इसे खेलता है. उन्होंने बताया कि भारत में भी वह इस शतरंज को कई जगहों पर बेच चुके हैं. इस शाही शतरंज को खेलने के साथ ही टेबल के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि मार्बल की शतरंज का टेबल ग्रेनाइट का बना हुआ है. उन्होंने बताया कि इस पूरे शतरंज को छह लोग मिलकर तैयार करते हैं और तीन महीने के अंदर यह बनकर तैयार होता है.
गोमेद पत्थर से बना है टेलीफोन
प्लास्टिक से बने टेलीफोन अभी तक आपने खूब देखे होंगे और इनका इस्तेमाल किया होगा लेकिन अफगानिस्तान के लोग गोमेद पत्थर के बने हुए शाही खूबसूरत टेलीफोन का इस्तेमाल करते हैं. अफगानिस्तान से इस टेलीफोन को लखनऊ लेकर के आए मसूद आलम ने बताया कि अफगानिस्तान में इस टेलीफोन को गोमेद पत्थर से बनाया जाता है, जिसे ओनेक्स स्टोन कहते हैं. इसे बनाने में 25 दिन का वक्त लगता है. इसे कारीगर और मशीन दोनों मिलकर बनाती हैं और इसकी कीमत चार हजार रुपए है. इस टेलीफोन में तार लगा हुआ है, इसे कोई भी आसानी से अपने घर में इस्तेमाल कर सकता है. बस इसे गिरने से बचाना होगा क्योंकि अगर यह गिर गया तो टूट जाएगा.
खरीदने के लिए यहां पहुंचे
अगर आप अपने घर में शाही मार्बल का बना हुआ डेढ़ लाख रुपए का शतरंज और गोमेद के बने हुए टेलीफोन का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इन्हें खरीदने के लिए आपको गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुंचना होगा, जहां दोपहर दो बजे से रात दस बजे तक मेगा ट्रेड फेयर चल रहा है. यह ट्रेड फेयर सिर्फ 6 नवंबर तक चलेगा.
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