आगरा में भूख हड़ताल पर बैठे किसान की तबियत बिगड़ी:रात को जिला अस्पताल में किया भर्ती

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(www.arya-tv.com)  आगरा में किसान 5 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। बीती रात को एक किसान नेता की तबियत बिगड़ गई। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया है। गुस्साए किसान आज कमिश्नरी पर प्रदर्शन करेंगे। आगरा के तहसील सदर पर किसान भूख हड़ताल पर बैठे हैं। किसान नेता श्याम सिंह चाहर की रात को 1 बजे तबियत खराब हो गई। उन्हें तहसील सदर से जिला अस्पताल ले जाया गया। किसान नेता की हालत देखकर चिकित्सकों ने उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कर लिया है। किसान लंबे समय से आगरा विकास प्राधिकरण से जमीन वापसी की मांग कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि वर्ष 2009-10 में इनर रिंग रोड एवं इंटरचेंज एवं लैंड पार्सनल फेस 3 देवरी रोड से रोहता नहर चौराहे तक इनर रिंग रोड बनाई जानी थी, इसमें किसानों की करीब 42 एकड़ जमीन को अधिग्रहीत किया गया। बिना सूचना के किसानों का खतौनी से राजस्व विभाग में से नाम हटा दिया गया। खतौनी में जमीन सरकार के नाम एडीए द्वारा करा ली गई। किसानों को इस जमीन का पूरा मुआवजा भी नहीं दिया गया।

ले आउट चेंज हो गया,वापस नहीं की जमीन
किसानों ने बताया कि वर्तमान में यह दक्षिणी बाईपास नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा बनाया जा रहा है। जो पहले से ककुआ तक दक्षिणी बाईपास बना हुआ था, इसी को देवरी तक जोड़ा जा रहा है। इसलिए रोहता नहर से देवरी रोड तक एडीए द्वारा बनाया जाने‌ वाला इनर रिंग रोड अब नहीं बनाया जाएगा। ले आउट चेंज होने के बाद किसान अपनी जमीन वापस मांग रहे हैं। किसानों का आरोप है कि एडीए इस जमीन को किसानों को वापस न कर बड़े कालोनाइजरों को बेचकर एडीए मोटा मुनाफा कमाना चाहता है। भूख हड़ताल पर बैठे किसानों से मिलने कल रालोद जिलाध्यक्ष महेश कुमार जाटव पहुंचे। मामले में रालोद का एक प्रतिनिधिमंडल आज डीएम से उनके आवास पर मिलेगा।

आज कमिश्नरी पर प्रदर्शन करेंगे किसान
आगरा की सदर तहसील में किसानों की भूख हड़ताल को प्रशासन द्वारा गंभीरता से नहीं लिए जाने पर किसानों द्वारा आज कमिश्नर पर प्रदर्शन किया जाएगा। किसाना अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। किसानों ने कहा है कि जब तक उनकी भूमि उनको वापस नहीं की जाएगी वे भूखे प्यासे ही रहेंगे। चाहे उनकी जान क्यों ही नहीं चली जाए। आज तहसील सदर परिसर से कमिश्नर कार्यालय तक किसान लेटकर प्रदर्शन करेंगे। समाजसेवी नरेन्द्र सिंह चाहर का कहना है कि इस आंदोलन को जन आंदोलन बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री से एडीए के भ्रष्ट अधिकारियों की कार्रवाई की मांग की जाएगी।