मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में उपद्रव फैलाने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ निर्णायक व कड़ी कार्रवाई की जाए। दशहरा बुराई व आतंक के दहन का प्रतीक है। ऐसे मौके पर अशांति फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के साथ ऐसी कार्रवाई की जाए जो नजीर बने। उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए यह उपयुक्त समय भी है। मुख्यमंत्री योगी ने शुक्रवार देर रात शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों, जोनल एडीजी, आईजी, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में अपराधियों के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति दोहराते हुए कहा कि प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी संबंधित अधिकारी अपने कर्तव्यों के प्रति सचेत रहें, अराजकतत्वों को सबक सिखाने को कृतसंकल्प हों।
शारदीय नवरात्र से प्रारंभ मिशन शक्ति 5.0 की प्रगति पर संतोष जताते हुए योगी ने कहा कि गरबा-डांडिया व अन्य धार्मिक आयोजनों में घुसकर माहौल खराब करने वाले अराजक तत्वों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। कहा कि छेड़खानी, चेन स्नेचिंग या एसिड अटैक जैसी घटनाओं पर न केवल थाने व चौकी की जवाबदेही तय होगी बल्कि पीआरवी की भूमिका भी जांची जाएगी। दशहरे के बाद जोनल एडीजी इसकी थानावार समीक्षा कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। हाल के दिनों में कानपुर नगर, वाराणसी, मुरादाबाद, बदायूं, महराजगंज, उन्नाव, संभल,आगरा व बरेली में आपत्तिजनक जुलूस और भड़काऊ नारेबाजी की घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह सब प्रदेश का माहौल खराब करने की सुनियोजित साजिश है। साजिश करने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने निर्देश दिया कि जुलूसों में शामिल उपद्रवियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ तत्काल रिपोर्ट दर्ज की जाए, उनकी संपत्ति की जांच की जाए। मुख्यमंत्री ने जातीय संघर्ष भड़काने की कोशिशों पर भी सख्ती दिखाई और कहा कि शासन के स्पष्ट आदेशों का अधिकारी पालन करें। जाति के नाम पर समाज में वैमनस्यता फैलाने वालों को हर हाल में न बख्शा जाए।