रेलवे के इतिहास में पहली बार:रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव बने सीईओ

National

(www.arya-tv.com)केंद्रीय कैबिनेट ने पिछले साल 24 दिसंबर को रेलवे के संगठनात्मक पुनर्गठन को मंजूरी दी थी। इसके करीब नौ महीने बाद बुधवार को सरकार ने रेलवे बोर्ड मेंबर्स के डेजिगनेशन बदल दिए। कैबिनेट के फैसले को मंजूरी देते हुए अपॉइंटमेंट कमेटी ऑफ द कैबिनेट (एसीसी) ने बताया कि रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अब सीईओ कहलाएंगे। बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव भारतीय रेलवे के नए सीईओ के रूप में अपना काम जारी रखेंगे। यादव रेलवे के इतिहास में ये पद संभालने वाले पहले व्यक्ति होंगे।

सरकार के आदेश के मुताबिक, सीईओ के अलावा बोर्ड में नए डेजिगनेशन के साथ 4 अन्य मेंबर्स भी होंगे। इनमें मेंबर इंफ्रास्ट्रक्चर (प्रदीप कुमार, आईआरएसईई), मेंबर टैक्शन एंड रोलिंग स्टॉक (पीसी शर्मा, आईआरएसएस), मेंबर ऑपरेशन एंड बिजनेस डेवलपमेंट (पीएस मिश्रा, आईआरटीएस) और मेंबर फाइनेंस (मंजुला रंगराजन, आईआरएएस) शामिल हैं।

डायरेक्टर जनरल (एचआर) की पोस्ट बनाई गई
एसीसी ने बताया कि कैबिनेट के फैसले के मुताबिक, रेलवे बोर्ड में 3 शीर्ष स्तर की पोस्ट मेंबर (स्टाफ), मेंबर (इंजीनियरिंग) और मेंबर (मैटेरियल मैनेजमेंट) को सरेंडर कर दिया गया है और मेंबर (रोलिंग स्टॉक) की पोस्ट का इस्तेमाल शीर्ष ग्रेड में डायरेक्टर जनरल (एचआर) की पोस्ट के क्रिएशन में किया गया है।

कैडर कंट्रोलिंग ऑफिसर होंगे सीईओ
रेलवे की योजना के मुताबिक, डीजी (एचआर) की सहायता से चेयरमैन और सीईओ मानव संसाधन (एचआर) के लिए जिम्मेदार कैडर कंट्रोलिंग ऑफिसर होंगे। इंडियन रेलवे मेडिकल सर्विस (आईआरएमएस) का नाम बदलकर इंडियन रेलवे हेल्थ सर्विस (आईआरएचएस) किया जाएगा।

रेलवे से संबंधित 8 विंग्स को मिलाकर भारतीय रेलवे प्रबंधन सेवा (आईआरएमएस) नाम की एक सेंट्रल सर्विस बनाने की प्रक्रिया चल रही है। रेलवे ने कहा कि ये रिफॉर्म विभाग-वाद को खत्म करेगा और रेलवे के सुचारू कामकाज को बढ़ावा देगा। इससे निर्णय लेने में तेजी आएगी, ऑर्गेनाइजेशन के लिए सुसंगत विजन तैयार होगा और तर्कसंगत फैसले लेने को बढ़ावा मिलेगा।