(www.arya-tv.com) अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत पर बॉलीवुड के कई सेलेब्स ने इसकी निंदा करते हुए दुख जाहिर किया है। कई सेलेब्स खुद फेयरनेस क्रीम का प्रचार करने के बावजूद #blacklivesmatter का समर्थन करने पर ट्रोल भी किए जा रहे हैं। इसी बीच अभय देओल ने भी ऐसे सेलेब्स के लिए सवाल खड़े किए हैं। इसके साथ उन्होंने कुछ ग्राफ के साथ रिसर्च रिपोर्ट भी शेयर की है।
अभय ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा, क्या आपको लगता है कि इंडियन सेलेब्रिटीज फेयरनेस क्रीम को एंडोर्स (प्रचार) करना बंद करेंगे। इसके साथ उन्होंने भारत में इस्तेमाल किए जाने ब्यूटी प्रोडक्ट की डिमांड का एक विश्लेषण ग्राफ भी शेयर किया है।
अभय ने लिखा, भारत में फेयरनेस क्रीम कुछ सालों पहले आईं। पहले फेयरनेस क्रीम और अब स्किन लाइटनिंग, व्हाइटनिंग और ब्राइटनिंग क्रीम। कई सारी ब्रांड सीधे फेयरनेस क्रीम की टर्म्स ने नहीं जुड़ना चाहती हैं इसलिए अब प्रोडक्ट्स को एचडी ग्लो, व्हाइट ब्यूटी, व्हाइट ग्लो और फाइन फेयरनेस के नाम से बेच रहे हैं। अब समय के साथ इन कंपनियों की तरफ मर्दों का ध्यान भी चला गया है जो अब फेयर एंड हैंडसम बनना चाहते हैं।
अभय ने अपनी पोस्ट पर कुछ चुनिंदा ब्रांड्स का नाम लिखते हुए इन प्रोडक्ट को बेचने वाली वेबसाइट्स का भी जिक्र किया है। इसके साथ ही उन्होंने ऐसी ब्रांड को एंडोर्स करने वाली एक्ट्रेस कुबरा सैत, मासाबा गुप्ता समेत कई अन्य हस्तियों को भी मेंशन किया है। इसके जवाब में कुबरा ने कहा कि वो आगे से ऐसा नहीं करेंगी और अपने मौजूदा कॉन्ट्रेक्ट भी खत्म करेंगी।
माइग्रेंट वर्कर्स को नजरअंदाज करने पर भी अभय ने कसा तंज
जॉर्ज फ्लॉयड का मामला सामने आते ही कई सेलेब्स ने ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ और ‘ऑल लाइव्स मैटर’ हैशटैग इस्तेमाल कर अपने विचार सामने रखे थे। अभय ने ऐसे सेलेब्स पर तंज कसते हुए उन्हें लॉकडाउन में फंसे माइग्रेंट वर्कर्स की याद दिलाई थी।