आरती तोमर बनी देश की नौवीं महिला फाईटर पायलट, ​पिता सेना में हवलदार

Meerut Zone UP

(www.arya-tv.com) मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से ही उड़ान होती है। ये पंक्तियां फाइटर पायलट आरती तोमर पर सटीक बैठती हैं। भारतीय वायु सेना में देश की नौवीं महिला फाईटर पायलट बनने वाली शहर की आरती तोमर के लिए यह सफर इतना आसान नहीं था।

लेकिन, कड़ी मेहनत, निष्ठा और लगन से पहले ही प्रयास में उन्होंने सफलता प्राप्त कर ली। एक वर्ष तक चले प्रशिक्षण के बाद 21 दिसंबर को उन्हें एयर चीफ मार्शल आरके भदौरिया ने बैच पहनाकर सम्मानित किया। आरती की इस सफलता से केवल परिजनों का ही नहीं ब्लकि पूरे मोदीनगर का नाम रोशन हुआ है। उनकी सफलता के लिए परिजन और रिश्तेदारों का बधाई देने के लिए घर पर तांता लगा हुआ है।

मूलरूप से बागपत जनपद के गांव टढेंरा की रहने वाली आरती का जन्म वर्ष1996 में सैनिक परिवार में हुआ। उनके पिता प्रमोद कुमार सीआईएसएफ के जवान हैं। वर्तमान में वह मुंबई एयरपोर्ट पर हवलदार के पद पर तैनात हैं। शुरुआत से ही घर में देशभक्ति के माहौल के बीच रहीं आरती में देश सेवा करने की ललक थी। बचपन से ही उनका सपना सेना में अधिकारी बनकर देश सेवा करना था। अपने पिता से प्रेरणा लेकर अपना सपना पूरा करने में जुट गई थी।

मूलरूप से बागपत जनपद के गांव टढेंरा की रहने वाली आरती का जन्म वर्ष1996 में सैनिक परिवार में हुआ। उनके पिता प्रमोद कुमार सीआईएसएफ के जवान हैं। वर्तमान में वह मुंबई एयरपोर्ट पर हवलदार के पद पर तैनात हैं। शुरुआत से ही घर में देशभक्ति के माहौल के बीच रहीं आरती में देश सेवा करने की ललक थी। बचपन से ही उनका सपना सेना में अधिकारी बनकर देश सेवा करना था। अपने पिता से प्रेरणा लेकर अपना सपना पूरा करने में जुट गई थी।

आरती तोमर की प्रारंभिक शिक्षा शहर के टीआरएम पब्लिक स्कूल से पूर्ण हुई। इसके उपरांत हरिद्वार के केंद्रीय विद्यालय से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कीश्रेष्ठ अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण की। बाद में पौड़ी गढ़वाल से इलैक्ट्रानिक्स एंड कंम्यूनिकेशन विषय में प्रथम श्रेणी में बीटेक पूर्ण की। पढ़ाई पूरी होने के बाद भी वह मन में अधिकारी बनने का सपना लिए तैयारी में जुटी रहीं।