(www.arya-tv.com) दिल्ली के आम आदमी पार्टी विधायक व पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती की गिरफ्तारी का मुद्दा सियासी रंग ले चुका है। मंगलवार को अपने गृह जनपद पहुंचे पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा ”मैं बहुत स्पष्ट तौर पर कहना चाहता हूं कि योगी आप एक नहीं एक हजार मुकदमें लिखाइए एक नहीं एक हजार बार जेल भेजिए लेकिन स्कूल-अस्पताल का, पटरी-गुमटी दुकानदारों का, बिजली-पानी का मुद्दा हम लोग पहले भी उठाते रहे हैं आगे भी उठाते रहेंगे।”
UP में तानाशाही का राज चल रहा
संजय सिंह ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर विपक्ष के लोगों को आवाज उठाना मुश्किल हो गया है। 15 मामले मेरे खिलाफ दर्ज कर दिया योगी ने। इतने मामले किसी माफिया के खिलाफ नहीं किए होंगे। देश द्रोह का मुकदमा किया, पार्टी का दफ्तर बंद करा दिया। मैं निवेंद्र मिश्रा जो पूर्व विधायक थे दो बार के उनके घर शोक संवेदना में रात में मुझे लौटते समय गिरफ्तार कर लिया गया। ये कैसा तानशाही का राज चल रहा है? ये कैसा हिटलर शाही का राज चल रहा है?
स्कूल देखने की सजा सोमनाथ को जेल मिली
विधायक सोमनाथ भारती का समर्थन करते हुए संजय सिंह ने कहा कि ये एक घोर अन्याय योगी सरकार कर रही है। स्कूल देखने की सजा यहां जेल है। स्कूल देखने की सजा मुकदमा है। यही काम कल सोमनाथ भारती के साथ रायबरेली में हुआ। वो स्कूल देखने जा रहे थे। उन पर पुलिस के द्वारा प्रायोजित हमला कराया गया। पुलिस के साथ हमलावर आता है और पुलिस उसको भगा देती है। और आज उसको उसका संगठन 51 हजार देकर सम्मानित कर रहा है।
क्या हम लोगों को स्कूल देखने को हक नहीं है?
उत्तर प्रदेश में जब से हम लोगों ने स्कूल देखने की मुहिम शुरू की है, ऐसा लगता है योगी सरकार के हाथ-पांव फूल गए हैं। मनीष सिसौदिया स्कूल देखने जाते हैं। मैं उनके साथ स्कूल देखने जाता हूं। पुलिस का घेरा लगाकर हमें को रोक लिया जाता है। झांसी में हमारे विधायक प्रकाश जरावल वो देखने जाते हैं स्कूल तो उनको पुलिस भेज कर रोक लिया है। अखिलेश पति त्रिपाठी सिद्धार्थनगर में स्कूल देखने जाते हैं तो आदेश जारी कर दिया जाता है बीएसए के द्वारा स्कूल का फोटो खीचना मना है। स्कूल का विजिट करना मना है। क्या उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूल इतने बदहाल हैं? भूतिया महल हैं, जहां हमारे छोटे-छोटे मासूम बच्चे पढ़ने जाते हैं। जहां पर उनको खाने के लिए नमक रोटी दी जाती है। उसको देखने का उसको जानने का उस पर सवाल उठाने का अधिकार उत्तर प्रदेश के नागरिक होने के नाते उत्तर प्रदेश का बेटा होने के नाते हम लोगों को नहीं है?