बरेली (www.arya-tv.com) युवती से प्रेम प्रसंग के एक साल बाद रेलवे में तैनात गेटमैन ने मंदिर में शादी कर ली। उसके बाद नौ साल तक पत्नी बनाकर रखा। इस दौरान गेटमैन ने नौकरी के कागजात में खुद को कुंवारा बताया। पीड़िता को पता चला तो विरोध पर आरोपित ने उसे पीटकर निकाल दिया। पीड़िता ने एडीजी से मामले की शिकायत की तो आरोपित के खिलाफ इज्जतनगर पुलिस ने दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
इज्ज्तनगर क्षेत्र निवासी युवती ने बताया कि 2010 में उसकी मुलाकात दिवनापुर रेलवे फाटक में गेटमैन के पद पर तैनात रवि कुमार निवासी कुंवरपुर किला से हुई। दोनों में प्रेम संबंध हो गए तो रवि उसे अपने सरकार आवास में पत्नी की तरह रखने लगा। एक साल बाद रवि उसे हरिद्वार लेकर गया। जहां उसने उससे विवाह किया। इसके बाद दोनों पति-पत्नी की तरह रहने लगे।
सितंबर में उसने देखा कि नौकरी के कागजातों में रवि ने उसे पत्नी का दर्जा नहीं दिया और खुद को अविवाहित दर्शाया है। पीड़िता ने जब शिकायत की तो आरोपित ने उसकी जमकर पिटाई की और घर से निकाल दिया। पीड़िता ने बताया कि घटना में रानी उर्फ मोटा, विमला और दीप्ती ने भी रवि का साथ दिया था। पीड़िता ने एडीजी अविनाश चंद्र के सामने पेश होकर शिकायत की तो उनके आदेश पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।