वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का आज से 2 दिवसीय सम्मेलन, CM योगी होंगे शामिल, पुलिसिंग रोडमैप तैयार करेंगे अधिकारी

# ## UP

प्रदेश में कानून-व्यवस्था में सुधार के लिए शनिवार व रविवार को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इसमें प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहेंगे। दो दिन के मंथन के बाद प्रदेश की पुलिसिंग का रोडमैप तैयार किया जाएगा। इस दो दिवसीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों दिन मौजूद रहेंगे।

डीजीपी राजीव कृष्ण ने इस संबंध में शुक्रवार को जानकारी दी। वह पुलिस मुख्यालय सिग्नेचर बिल्डिंग में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि दो दिनों तक चलने वाली इस कॉन्फ्रेंस में सभी जोन के एडीजी रेंज, आईजी और डीआईजी शामिल होंगे।

कॉन्फ्रेंस में पुलिसिंग से जुड़े अहम मुद्दों पर प्रेजेंटेशन होंगे। वहीं, साइबर, नारकोटिक्स, महिला संबंधी अपराध, बॉर्डर सिक्योरिटी, आतंकवाद, बीट पुलिसिंग, ई ऑफिस, सीसीटीएनएस पर भी प्रेजेंटेशन होंगे। अगले वर्ष पंचायत चुनाव होने हैं और इसके साथ ही विधानसभा चुनाव 2027 की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। आने वाले चुनाव में कानून व्यवस्था बड़ा मुद्दा होगा। खुद मुख्यमंत्री योगी भी इस मुद्दे पर विपक्ष को घेरते रहे हैं, ऐसे में इस पर उनका खास फोकस है।

दो दिन 11 सत्र में कई विषयों पर होगा मंथन

डीजीपी के मुताबिक दो दिवसीय सम्मेलन 11 सत्रों में आयोजित किया गया है। सत्रों का प्रस्तुतीकरण 11 वरिष्ठ नोडल आईपीएस अधिकारी व उनके सहयोगी 45 अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह सम्मेलन केवल एक औपचारिक बैठक नहीं है, बल्कि एक सुविचारित, लक्ष्य-आधारित और भविष्य को ध्यान में रखकर की गई पहल है। इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश की पुलिस व्यवस्था को अधिक प्रभावी, आधुनिक, पेशेवर, जवाबदेह और आमजन-केंद्रित बनाना है।

शनिवार को पहला सत्र बीट पुलिसिंग, दूसरे में महिला अपराध, चाइल्ड व ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर मंथन किया जाएगा। तीसरे में पुलिस स्टेशन मैनेजमेंट व उच्चीकरण, चौथा सत्र साइबर क्राइम, पांचवा ह्यूमन रिर्सोसेज डेवलपमेंट, वेलफेयर, पुलिस व्हीहैवियर एंड ट्रेनिंग, छठा अभियोजन और कारागार, सातवां सत्र भारत के नए आपराधिक कानून (भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, और भारतीय साक्ष्य अधिनियम) और सीसीटीएनएस 2.0 का कार्यान्वयन पर होगा। दूसरे दिन रविवार को आठवां सत्र आपदा प्रबंधन, नागरिक सुरक्षा और होम गार्ड, नौवां सत्र भीड़ प्रबंधन, दसवां सत्र इंटेलीजेंस एंड इमरजेंसी चैलेंज जैसे सोशल मीडिया, एनजीओ ओर नेपाल सीमा और 11वां सत्र में एंटी टेरर, नारकोटिक्स, पशु चोरी (गौ-तस्करी) एक गंभीर और अक्सर संगठित अपराध विषय पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा उत्तम प्रथाओं एवं नवाचारों पर अनुपूरक सत्र आयोजित किया गया है।