(www.arya-tv.com) प्रदेश भर के किसानों के लिए खुशखबरी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने किसानों को बेवजह परेशान करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस को अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा है कि प्रदूषण के बहाने कटाई और मड़ाई में इस्तेमाल होने वाले कृषि सयंत्रों पर प्रतिबंध नही लगाया जाएगा। ऐसा करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ शासन सख्त कार्रवाई करेगा।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस संबंध में प्रदेश के सभी मंडलायुक्तों, चारों पुलिस आयुक्तों, सभी जिलाधिकारियों और सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक को शासन की ओर से यह निर्देश भेजे दिए गए हैं।
इसमें कहा गया है कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी जनपद में कटाई और मड़ाई के दौरान पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा कृषकों का किसी भी प्रकार का उत्पीड़न न किया जाए। किसी भी जनपद में ऐसी शिकायत मिलने पर संबंधित के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई कर शासन को अवगत कराया जाए।
खड़ा हो रहा था पशुओं के चारे के संकट
पशुपालक किसानों के लिए गेंहू का भूसा पूरे साल का चारा होता है, जो मवेशियों के काम आता है। इसी के सहारे किसान भी अपनी माली हालत में सुधार लाने का प्रयास करता है। मगर, बीते कुछ साल से प्रदूषण को लेकर NGT की सख्ती के फायदा उठाकर पुलिस और प्रशासन ने भूसा बनाने वाली मशीनों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था।
इसकी वजह से किसानों के सामने चारे का संकट खड़ा होने लगा। इसका असर यह हुआ कि पशुपालन में तेजी से गिरावट आने लगी, जो आने वाले दिनों में दुग्ध उत्पादन को प्रभावित करने की ओर इशारा है।
गोशालाओं में भी नहीं हो पा रही चारे की आपूर्ति
पुलिस और प्रशासन के इस रवैये की वजह से किसानों के साथ सरकार की तरफ से संचालित गोशालाओं में भी चारे की आपूर्ति नहीं हो पा रही थी। गोशालाओं में रखे गए निराश्रित पशुओं का चारा स्थानीय किसानों से ही लिया जाता है। मगर, प्रशासनिक प्रतिबंधों की वजह से किसान भूसे का उत्पादन नहीं कर पा रहे थे। सरकार के इस निर्देश के बाद अब किसान बेरोकटोक भूसा तैयार कर पाएंगे।
