(www.arya-tv.com)रूस और यूक्रेन के बीच जंग 36वें दिन भी जारी है। अब राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उस आदेश पर साइन कर दिए हैं, जिसके मुताबिक आज से विदेशी खरीदारों को गैस के लिए भुगतान रूबल में ही करना होगा। पुतिन ने कहा कि अगर भुगतान नहीं होता है तो कॉन्ट्रैक्ट को रोक दिया जाएगा।
वहीं, पुतिन के इस कदम को जर्मनी ने ब्लैकमेल बताते हुए खारिज कर दिया। जर्मनी के अर्थव्यवस्था मंत्री रॉबर्ट हैबेक ने कहा कि पुतिन हमें ब्लैकमेल नहीं कर सकते। इसके अलावा ब्रिटेन और फ्रांस ने भी इस मांग का विरोध किया है। इनका कहना है कि गैस खरीदने का कॉन्ट्रैक्ट पहले यूरो या डॉलर में तय हुआ था और इस तरह बीच में इसे तोड़ा नहीं जा सकता है। इसके साथ रूस, यूरोप की लगभग एक तिहाई गैस की आपूर्ति करता है।
चेर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट से हट रही है रूसी सेना
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रूसी सेना ने 24 फरवरी को चेर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट पर कब्जा कर लिया था। यहां से अब रूसी सैनिकों ने पीछे हटना शुरू कर दिया है। अधिकारी ने बताया, सैनिक चेर्नोबिल से दूर जा रहे हैं और बेलारूस में प्रवेश कर रहे हैं।
रोज 10 लाख बैरल कच्चा तेल जारी करेगा अमेरिका
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन पर हमले के मद्देनजर फ्यूल की बढ़ती कीमतों को कम करने के लिए अगले छह महीनों तक रोज 10 लाख बैरल तेल जारी करने की घोषणा की है। व्हाइट हाउस ने कहा कि यूक्रेन में सैन्य आक्रमण के कारण रूस पर अमेरिका समेत कई देशों के आर्थिक प्रतिबंधों से कच्चे तेल की कीमतें बढ़ी हैं।
अन्य अपडेट्स
- पुतिन ने कहा कि रूस से प्राकृतिक गैस खरीदने के लिए विदेशी खरीदारों को रूसी बैंकों में रूबल खाते खुलवाने होंगे। आज से इन्हीं खातों से गैस आपूर्ति के लिए भुगतान स्वीकार किया जाएगा।
- नाटो के महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने कहा है कि यूक्रेन में रूसी सैनिक पीछे नहीं हट रहे हैं, बल्कि डोनबास क्षेत्र के लिए एकत्र हो रहे हैं।
- अमेरिका की एक कंपनी ने कहा कि रूस-यूक्रेन जंग शुरू होते ही यूरोप में साइबर हमला हुआ था।