(www.arya-tv.com)योगी 2.0 सरकार की शपथ पूरी हो गई है। योगी ने दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली। इसके बाद केशव मौर्य और बृजेश पाठक ने। केशव मौर्य हार के बाद भी डिप्टी सीएम बनाए गए। वहीं बृजेश पाठक ने योगी की पहली सरकार में डिप्टी सीएम रहे दिनेश शर्मा को रिप्लेस किया है। फिर 50 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। कुल 52 सदस्यीय मंत्रिमंडल में 16 कैबिनेट, 14 स्वतंत्र प्रभार वाले और 20 राज्य मंत्री हैं।
पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, श्रीकांत शर्मा, सतीश महाना, मोहसिन रजा समेत पिछली सरकार के 20 मंत्रियों को इस सरकार में जगह नहीं मिली है। वहीं, सीएम योगी ने मंत्रियों के साथ देर रात लोकभवन में बैठक कर कामकाज भी शुरू कर दिया है।
योगी की नई कैबिनेट में 38 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। मतलब, ये सभी विधानसभा चुनाव जीतकर आए हैं। वहीं, 9 MLC भी मंत्री बनाए गए हैं। जबकि 5 नाम ऐसे हैं, जो न विधायक हैं, न ही MLC हैं। यानी इन्हें अगले 6 महीने में सदन पहुंचना होगा। पिछली योगी सरकार के शपथ-ग्रहण में 46 मंत्रियों ने शपथ ली थी। इनमें 24 कैबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार और 13 राज्यमंत्री थे।
मंत्री बनने वाले MLC
इसमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, एके शर्मा, जितिन प्रसाद, आशीष पटेल, संजय निषाद, स्वतंत्र देव सिंह, धर्मवीर प्रजापति, भूपेंद्र चौधरी, दिनेश प्रताप सिंह शामिल हैं।
वे 5 मंत्री जो न विधायक हैं, न ही MLC
इन नामों ने हर किसी को चौंका दिया। इसमें दानिश आजाद अंसारी, जसवंत सैनी, दयाशंकर मिश्र दयालु, जेपीएस राठौर और नरेंद्र कश्यप का नाम शामिल है। चुनाव हारने के बाद मंत्री बनने वालों में एक मात्र चेहरा केशव प्रसाद मौर्य हैं। वह डिप्टी सीएम बनाए गए हैं।
52 मंत्रियों में सबसे ज्यादा 18 मंत्री OBC चेहरे
मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा 18 मंत्री ओबीसी, 10 ठाकुर, 8 ब्राह्मण, 7 दलित, 3 जाट, 3 बनिया, 2 पंजाबी और एक मुस्लिम चेहरे शामिल हैं।
योगी प्रदेश के 38वें मुख्यमंत्री बने
49 साल के योगी प्रदेश के 38वें मुख्यमंत्री बने। 9 साल बाद योगी ऐसे पहले CM बने, जो विधानसभा चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बने हैं। योगी से पहले 2003 में मुलायम सिंह यादव विधायक का चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बने थे। पिछली बार योगी MLC बने, फिर CM बने थे। गुरुवार शाम को विधायक दल की बैठक में पर्यवेक्षक अमित शाह की मौजूदगी में योगी को नेता चुना गया।
