(www.arya-tv.com)यूपी के विधानसभा चुनाव में इस बार अमेठी में भी बड़ा उलटफेर हुआ। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र की अमेठी विधानसभा सीट में भाजपा में अमेठी की रियासत के महाराज व पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्य सभा सदस्य डॉ. संजय सिंह को मैदान में उतारा था। संजय सिंह को सपा प्रत्याशी महाराजी प्रजापति ने मात दी। महाराजी सपा सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी है और अखिलेश यादव ने इस बार उनको टिकट देकर मैदान में उतारा था। वही, अमेठी जिले की दूसरी बड़ी रियासत तिलोई में मयंकेश्वर शरण सिंह ने जीत दर्ज की। मयंकेश्वर तिलोई रियासत के राजा है और उन्हें भी उनके समर्थक महाराज के नाम से पुकारते है। कुल मिलाकर अमेठी जिले की 4 में से महज 2 सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। बाकी की 2 सीट पर सपा का परचम कायम रहा, वही कभी गांधी परिवार का गढ़ करार दिया जाने वाले अमेठी में कांग्रेस लगातार दो विधानसभा चुनाव से खाता भी नही खोल सकी है।
योगी ने मयंकेश्वर को शेरे-ए-बब्बर की उपाधि से नवाजा
चुनाव प्रचार अभियान के दौरान तिलोई से भाजपा प्रत्याशी रहे मयंकेश्वर शरण सिंह ने विवादित बयान दिया था। विवादित बयान देने के बाद मयंकेश्वर पर एक दिन के लिए प्रचार अभियान से बैन भी लगाया गया था। मयंकेश्वर ने सपा उम्मीदवार मोहम्मद नईम को 27 हजार से ज्यादा वोटों से हराया। वही इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें महज 21 हजार 904 वोट मिले। तिलोई में मयंकेश्वर के पक्ष में वोटरों को लामबंद करने सीएम योगी पहुंचे थे। उन्होंने 23 फरवरी को यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया था। उस दौरान उन्होंने मयंकेश्वर को शेरे-ए-बब्बर के नाम से संबोधित किया था।
अमेठी व गौरीगंज में भाजपा को मिली करारी शिकस्त
अमेठी विधानसभा सीट पर भाजपा के संजय सिंह को करारी हार मिली है। वही गौरीगंज में सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह जीत की हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे। राकेश ने बसपा से बगावत करके भाजपा ने शामिल हुए चंद्र प्रकाश मटियारी को हराया। मटियारी 2007 में इस सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव जीते थे उसके बाद से लगातार यहां पर राकेश सिंह ही चुनाव जीत रहे है।
मोदी की रैली भी अमेठी ने भाजपा को नही दिला सकी जीत, जगदीशपुर में योगी का जाना बीजेपी के काम आया
अमेठी में पीएम मोदी की चुनावी जनसभा भी भाजपा को यहां से जीत नही दिला सकी। यहां संजय सिंह की हार तो हुई ही है साथ ही बगल की सीट गौरीगंज में भी पार्टी उम्मीदवार चंद्र प्रकाश मटियारी हारे है। दोनो ही सीट पर सपा का परचम लहराया है। पीएम मोदी 24 फरवरी को अमेठी कौहार आएं थे। पर संजय सिंह को जीत नही दिला पाएं। 2017 में यहां से संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह चुनाव जीती थी, उससे पहले यहां की नुमाइंदगी उनकी दूसरी पत्नी अमिता सिंह भी कर चुकी है। इस बार फिर संजय सिंह की दोनों ही पत्नियां इस सीट से टिकट मांग रही थी पर बीजेपी से सेफ खेलते हुए खुद संजय सिंह को टिकट देकर मैदान में उतार दिया। पर संजय सिंह भी यहां भाजपा की डूबती नैय्या भी उबार नही सके।
एकमात्र जगदीशपुर सीट में ही कांग्रेस रही रनर अप
जगदीशपुर में योगी सरकार के मंत्री सुरेश पासी अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी विजय पासी को करीब 22 हजार 783 वोटों से हराया।सुरेश पासी को कुल 89 हजार 111 मत मिले वही कांग्रेस प्रत्याशी को महज 66 हजार 328 मतो पर संतोष करना पड़ा। यहां चुनाव आचार संहिता लगने से पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय मंत्री और स्मृति ईरानी के साथ रैली की थी। वह जनसभा इसीलिए भी खास थी क्योंकि आजादी के बाद पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने जगदीशपुर का रुख किया था। जगदीशपुर वही जगह थी जहां पर चुनाव से पहले राहुल गांधी व उनकी बहन प्रियंका गांधी ने आकर पैदल मार्च किया था।