गोरखपुर (www.arya-tv.com) गोरखपुर शहर के पहले सिक्स लेन समेत तीन बड़ी सड़क परियोजनाएं निर्धािरत समय बीत जाने के बाद भी पूरी नहीं हो पाई हैं। जबकि ये तीनों परियोजनाएं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता में हैं। हर बार बैठक में वह इन्हें समय से पूरा करने का निर्देश देते रहे हैं। समीक्षा बैठकों में जिलाधिकारी व मंडलायुक्त बार-बार लोक निर्माण विभाग को चेताते रहे। बावजूद इसके ये परियोजनाएं विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ गईं। विभाग रेट रिवाइज, कोरोना संक्रमण व बारिश का बहाना बना रहा है।
लापरवाही की भेंट चढ़ीं सीएम योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता की तीन सड़कें
मेडिकल कालेज रोड व देवरिया रोड के निर्माण में विलंब का कारण विभाग रिवाइज स्टीमेट को बता रहा है। मेडिकल कालेज रोड पहले डामर बननी थी, बाद में असुरन से लेकर मेडिकल कालेज तक इसे सीसी रोड बनाने का निर्देश हुआ। इसके बाद प्रस्ताव व रेट रिवाइज किया गया। इस वजह से विलंब हुआ। हालांकि रिवाइज स्टीमेट के बावजूद यह सड़क इस माह तक बन जानी चाहिए थी। लेकिन अभी लगभग तीन प्रतिशत काम शेष है। एम्स निर्माण की वजह से देवरिया रोड पर भी कूड़ाघाट में सर्विस लेन बनाने का प्रस्ताव मूल प्रस्ताव में शामिल किया गया और रेट रिवाइज करना पड़ा।
यह सड़क मार्च 2020 तक पूरी हो जानी चाहिए। लेकिन अभी 10 प्रतिशत काम शेष है। सिक्स लेन सड़क निर्माण में विलंब क्यों हुआ, इसका जवाब विभाग के पास नहीं है। शहर की पहली सिक्स लेन सड़क पर पिछले अप्रैल में काम शुरू होना था लेकिन जून में शुरू हुआ। काम शुरू हुए लगभग छह माह हो गए हैं लेकिन 10 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हो पाया हैॅ। इसके निर्माण का समय अप्रैल 2022 है। दो दिन पहले हुई बैठक में डीएम ने इसे लेकर नाराजगी भी व्यक्त की है। तीनों सड़कों की कार्यदायी एजेंसी छात्र शक्ति इंफ्राकंस्ट्रक्शन लिमिटेड है।
नौसड़-पैडलेगंज सिक्स लेन सड़क
नौसड़-पैडलेगंज सिक्स लेन लगभग 5.10 किमी सड़क 90 करोड़ रुपये से बननी है। सड़क के मध्य से एक तरफ 12.5 मीटर चौड़ाई में सड़क व डिवाइडर का निर्माण होगा। सड़क के एक तरफ नाले का भी निर्माण होगा। आधा मीटर चौड़ाई में डिवाइडर बनाया जाएगा। साथ ही पैडलेगंज, देवरिया बाईपास, रुस्तमपुर, ट्रांसपोर्ट नगर और राजघाट तिराहा का सौंदर्यीकरण भी किया जाना है।
निर्माण कार्य में बाधा बने 771 पेड़ हटाए जाने हैं, जिसमें से केवल 400 पेड़ ही हटाए जा सकें हैं। 405 बिजली के खंभों में से केवल 250 खंभे ही हटाए जा सके हैं। अभी केवल एक किलोमीटर दूरी में ही मिट्टी भराई हो सकी है। इस रोड की जिम्मेदारी निर्माण खंड भवन को दी गई है।
गोरखपुर-देवरिया रोड
देवरिया रोड फोरलेन में तब्दील की जा रही है। गुरुंग तिराहा कूड़ाघाट से चौरीचौरा के आगे मंझना नाले तक (लगभग 26 किमी) के हिस्से के निर्माण की जिम्मेदारी निर्माण खंड भवन को दी गई है। 20 मई 2016 को सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, इसे पूर्ण होने की अवधि 19 मई 2018 निधररित की गई थी।
इस सड़क को फोरलेन बनाने के लिए 151 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे, जिसमें से पहली किश्त 55 करोड़ व दूसरी किश्त 20 करोड़ रुपये बहुत पहले ही मिल चुकी थी। इसके बाद भी समय-समय पर पैसे मिलते रहे लेकिन निर्माण कार्य कछुआ गति से चलता रहा। एम्स निर्माण के चलते कूड़ाघाट में सर्विस लेन बनाने का प्रस्ताव भी मूल प्रस्ताव में शामिल हो गया। इसके बाद इसका रेट रिवाइज कर 250 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। इसका निर्माण मार्च 2020 में ही पूरा होना था लेकिन अभी कूड़ाघाट से इंजीनियरिंग कालेज तक लगभग एक किमी एक लेन बनना शेष है। यह रोड 17.5 मीटर चौड़ी बनाई जा रही है।
मेडिकल कालेज रोड
असुरन से परतावल तक 19.4 किमी रोड फोरलेन बनाई जा रही है। मई 2016 में इसका बजट 183 करोड़ रुपये स्वीकृत हुआ था। निर्माण का समय दो साल निर्धारित किया गया। बाद में मुख्यमंत्री के निर्देश पर असुरन से मेडिकल कालेज तक सीसी रोड बनाकर इसे शहर के माडल रोड के रूप विकसित करने की योजना बनाई गई।
बाद में पुन: इस रोड से मेट्रो गुजरने काे लेकर डामर वाली सड़क बनाने का निर्देश हुआ, ताकि मेट्रो के लिए पिलर खड़ा करने पर सड़क टूटने पर कम नुकसान हो। दिसंबर 2020 में पुन: रेट रिवाइज होकर 403 करोड़ रुपये हो गया।
इसे पूरा करने का समय दिसंबर 2021 रखा गया लेकिन अभी मेडिकल कालेज के पास नाला और खजांची चौक से लेकर असुरन तक डामर वाली सड़क पर अंतिम लेयर नहीं बनाई जा सकी है। विभाग का कहना है कि कुछ विलंब जलनिगम द्वारा नई पाइप लाइन डालने से भी हुआ है। इस रोड के निर्माण की जिम्मेदारी प्रांतीय खंड को दी गई है।
दोनों खंडों के अधिशासी अभियंता को बुलाकर मैंने मीटिंग ली है। उनका कहना था कि रेट रिवाइज होने, कोरोना संक्रमण व बारिश की वजह से कार्य में विलंब हुआ है। मैंने उन्हें मेडिकल कालेज रोड व देवरिया रोड को इसी माह तथा सिक्स लेन को फरवरी 2022 तक पूरा करने का निर्देश दिया है।