(www.arya-tv.com)अफगनिस्तान की नई तालिबान सरकार के भावी मंत्री बॉर्डर से लगभग 60 किलोमीटर दूर स्थित हक्कानी नेटवर्क के मदरसे से इन दिनों सियासी तालीम ले रहे हैं। दुनिया की सबसे बड़ी जिहादी यूनिवर्सिटी के रूप में चर्चित इस मदरसे में अभी 4 हजार छात्र हैं।
हक्कानी नेटवर्क के नुमाइंदे
पाकिस्तान के सबसे पुराने और सबसे बड़े इस मदरसे से तालीम लेकर निकले कुछ ‘छात्र’ वर्तमान अफगान सरकार में मत्री हैं। इन्हें हक्कानी नेटवर्क के नुमाइंदे कहा जाता है। शेष छात्र तालिबान सरकार में सरकारी ओहदा पाने के लिए इस मदरसे में रोज 15 घंटे तक पढ़ाई करते हैं।
हक्कानी नेटवर्क पाकिस्तान के अन्य 3 हजार मदरसों को अपने कंट्रोल में लाने की कोशिशों में है। इस मदरसे में फिलहाल 1500 छात्र अपने अंतिम वर्ष की पढ़ाई पूरी कर रहे हैं। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार इस हक्कानी मदरसे को वित्तीय मदद भी देती है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस मदरसे से पाक के आतंकी संगठन टीटीपी को भी मदद प्रदान की जाती है।
कट्टरपंथी पढ़ाई यहां नहीं होती
मदरसे के वाइस चांसलर रशीद उल सामी का दावा है कि अब दो दशक पहले जैसी कट्टरपंथी पढ़ाई यहां नहीं होती है। लेकिन महिला शिक्षा पर चुप्पी साधते हुए गिनाते हैं कि अब हमारे यहां कंप्यूटर लैब है। मदरसे में वॉलीबॉल और क्रिकेट-वॉलीबॉल ग्राउंड हैं।