(www.arya-tv.com) कक्षा एक से आठवीं तक के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को फिट इंडिया, खेलो इंडिया मिशन से जोडऩे के लिए खेलकूद प्रतियोगिताएं कराई जाती हैं। मगर खेलो इंडिया के द्वार तक पहुंचाने के लिए प्रति विद्यार्थी 3.84 रुपये का बजट जारी किया जाता है। इस राशि में क्या आयोजन होंगे? और क्या प्रतिभाएं निखरेंगी? ये खेल प्रशिक्षकों व अफसरों के सामने भी यक्ष प्रश्न बना हुआ है। यह बजट भी अभी जारी नहीं किया गया है।
कोरोना काल में नहीं हो सकी थीं प्रतियोगिताएं
पिछली बार कोरोना काल में ये प्रतियोगिताएं नहीं हो सकी थीं। इस साल नवंबर के चौथे सप्ताह से ब्लाक, जनपद व मंडल स्तर की प्रतियोगिताएं कराना शुरू हो जाएगा। करीब चार रुपये प्रति विद्यार्थी के हिसाब से बजट जारी होने पर विभागीय शिक्षक भी व्यवस्था का मखौल बनाने से पीछे नहीं रह रहे। इस पर भी आलम ये है कि 25 नवंबर के बाद से प्रतियोगिताएं शुरू होनी हैं।
इसका पत्र तो जारी कर दिया गया है, मगर प्रति विद्यार्थी मिलने वाले 3.84 रुपये का बजट अभी नहीं जारी किया गया है। ऐसे में जिला पीटीआइ के सामने भी समस्या है कि आयोजन कराएं तो कैसे कराएं? जिले में प्राइमरी सेक्शन के 1382, अपर प्राइमरी सेक्शन के 746 और कंपोजिट सेक्शन के 733 विद्यालयों समेत 2861 विद्यालय हैं। इनमें करीब 2.48 लाख विद्यार्थी पढ़ते हैं।
650 विद्यार्थियों पर 2500 रुपये का बजट
ब्लाक से मंडलस्तर तक प्रतियोगिता कराने के लिए कुल 35 हजार रुपये का बजट शासन से आता है। इसमें से प्रति ब्लाक 2500 रुपये के हिसाब से बजट जारी किया जाता है। जिले में 13 ब्लाक व एक नगर क्षेत्र समेत 14 ब्लाक हैं। प्रति ब्लाक कम से कम 650 विद्यार्थी प्रतिभाग करते हैं। इस तरह करीब 9100 विद्यार्थी प्रतिभाग करेंगे। इस हिसाब से एक विद्यार्थी पर 3.84 रुपये का बजट मिलेगा।
ये होते हैं खर्च
विद्यार्थियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने का भाड़ा, आयोजन स्थल पर टेंट व माइक-लाउडस्पीकर की व्यवस्था, अतिथियों के बैठने व सम्मान आदि की व्यवस्था व प्रतिभागी छात्रों को प्रमाणपत्र व विजेताओं को मेडल का खर्च आदि तमाम मद में राशि व्यय करनी पड़ती है।
इनका कहना है
बजट निर्धारण शासनस्तर का मामला है। जो भी राशि प्राप्त होगी उसी में सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए जाएंगे। विधिवत प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी।
सतेंद्र कुमार ढाका, बीएसए
25 नवंबर के बाद ब्लाकस्तर पर प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। मगर अभी बजट नहीं जारी हुआ है। 3.84 रुपये प्रति विद्यार्थी बजट काफी कम है इसको बढ़ाना चाहिए।