(www.arya-tv.com)मिशन जल जीवन में भ्रष्टाचार का खुलासा करने वाले इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोप है कि विभाग में ऐसे इंजीनियरों पर कार्रवाई की तैयारी तेज की जाएगी। दरअसल, मिशन जल जीवन में सैकड़ों करोड़ रुपए काम बिना टेंडर के दिया जा रहा था। उसको लेकर पत्र लिखने वाले इंजीनियरों पर गाज गिरनी शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि पहले इन इंजीनियरों का तबादला किया गया था लेकिन अब उसको सस्पेंड भी किया जाने लगा है।
एक्सईएन आकाश जैन पर भी सस्पैंशन की कार्रवाई
बताया जा रहा है कि कन्नौज में जल जीवन मिशन का काम देख रहे एक्सईएन निर्दोष कुमार जौहरी को पहले तो मुख्यालय से अटैच किया गया। अब उनको उनको निलंबित कर दिया गया है। जल निगम ग्रामीण के कार्य वाहक प्रबंध निदेशक सुशील कुमार पटेल के सूत्रों के अनुसार दीपावली के बाद11 नवंबर को ही निर्दोष जौहरी को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा एक्सईएन आकाश जैन पर भी सस्पैंशन की कार्रवाई की जा रही है। हालांकि सुशील पटेल के कार्यालय से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।
सही काम करने का खामियाजा
जलकल के इंजीनियर सोशल मीडिया पर लोगों को मैसेज कर इसकी जानकारी दे रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि निर्दोष जौहरी और आकाश जैन को विभाग में सही काम करने का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने जिन कार्यों के लिए चिठिया लिखकर ऊपर के आला अफसरों से दिशा निर्देश मांगे थे वही अब उनके गले की फांस बन गया है, आला अफसरों ने अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए पहले इन दोनों का स्थानांतरण किया और अब निलंबन करके मानो जैसे कोई बदला निकाल रहे हैं।
एक लाख बीस हजार करोड़ के घोटाले का आरोप
जल जीवन मिशन में एक लाख बीस हजार करोड़ के घोटाले का आरोप आप सांसद राज सभा सांसद संजय सिंह ने लगाया है। उन्होंने प्रेस वार्ता कर बताया था कि हजारों करोड़ रुपए का घोटाला किया गया है। उसके बाद शासन और प्रशासन स्तर पर हलचल तेज हुई थी।