गोरखपुर में बैंड-बाजा, बरात ने जगाई मंदी छटने की उम्‍मीद, मैरेज हाउस से लेकर पंडित जी तक सब बुक

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गोरखपुर (www.arya-tv.com) दो साल से कोरोना की मार झेल रहे लोगों के लिए इस बार राहत है। देवोत्थानी एकादशी से शादी-विवाह व अन्य शुभ कार्य शुरू हो रहे हैं। ऐसे में 15 नवंबर से शुभ मुहूर्त में बैंड-बाजा बजेगा और शादियां भी होंगी। जो पूरे एक माह तक तक चलेंगी। हालांकि इस दौरान बीच-बीच में कई ऐसी तिथियां हैं जिसमें लगन अधिक होने के कारण जिले के सभी मैरेज हाउस, टेंट हाउस, कैटरिंग, होटल, माली, फोटोग्राफर के साथ ही पंडित जी तक की बुकिंग छह माह पहले ही बुक हो चुकी है।

सारे मैरेज हाल फुल

मैरेज हाउस एसोसिएशन के महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने बताया कि 15 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच लगभग 16 शादी के मुहूर्त हैं। 19, 21 व 28, 29 नवंबर को लगन तेज होने के कारण इस तिथि में सबसे अधिक शादियां हैं। यही वजह है कि इन तिथियों में जिले के चार सौ मैरेज हाल में से कोई ऐसा मैरेज हाल नहीं है जो खाली हो। टेंट हाउस तथा होटल की भी यही स्थिति है। सब पहले की बुक हो चुके हैं। इस बीच अचानक कोई अधिक पैसा देकर भी बुकिंग कराना भी चाह रहा है तो उसे निराशा हाथ लग रही है। उन्होंने बताया कि कोरोना से उबरने के बाद पहली बार इस वर्ष इतनी अधिक शादियां हो रहीं हैं।

परिणय सूत्र में बंधेंगे 25 सौ से अधिक जोड़े

टेंट हाउस एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय खेमका के मुताबिक नवंबर-दिसंबर में शादियों के लिए शुभ मुहूर्त का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस बीच 25 सौ अधिक जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। पिछले दो साल से हम कोरोना की मार झेल रहे थे। इस बार बुकिंग अधिक होने के कारण हमारा व्यवसाय एक बार फिर पटरी पर लौटने लगा है। 21 नवंबर को अधिक लगन होने के कारण जो लोग हमारे यहां बुकिंग कराने आए थे उन्हें हमने बिना निराश किए उनकी कही न कही व्यवस्था करा दी है, ताकि उनकी शादियां तय तिथियों में संपन्न हो सकें।

अधिक बुकिंग होने से चेहरे पर लौटी रौनक

इस बार शादियों को लेकर लगन तेज होने के कारण मैरेज हाउस, होटल से लेकर बैंड-बाजा, ढोल तथा हलवाई आदि को काफी उम्मीदें हैं। बुकिंग अधिक मिलने से उनके चेहरे पर एक बार फिर रौनक लौट आई है। उम्मीद है कि इस बार कोरोना से उबरने के बाद से वह खुले मन से व्यवसाय का आनंद ले सकेंगे।

कपड़ा बाजार व सराफा कारोबार में आई तेजी

नवंबर-दिसंबर माह में लगन तेज होने के कारण जहां कपड़ बाजार में तेजी आई है वहीं सराफा कारोबार में भी फिर रौनक लौट आई है। जिनके घरों में शादियां हैं वह कपड़े में महंगी बनारसी साड़ियाें से लेकर लहंगा, बच्चों के कपड़े तथा कुर्ता-पायजामा की जमकर खरीदारी कर रहे हैं। यहीं हाल में सराफा बाजार में भी है।

ऐश्प्रा जेम्स एंड ज्वेल्स के निदेशक अनूप सराफ ने बताया कि लगन के चलते साेने व चांदी में तेजी आ गई है, लेकिन लगन को देखते हुए लोग महंगाई भूलकर अधिक से अधिक खरीदारी कर रहे हैं। सोने के आभूषण में हार सेट व कंगन की बिक्री अधिक हो रही है। इसके साथ ही डायमंड की भी मांग है। जिनके यहां नवंबर-दिसंबर में शादियां हैं वह एडवांस बुकिंग की डिलीवरी ले रहे हैं और जिनके घरों में जनवरी-फरवरी में शादी है वह एडवांस बुकिंग करा रहे हैं।

देवोत्थान एकादशी के बाद शुरू हो जाएंगे मांगलिक कार्य

कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी को प्रबोधिनी या देवोत्थानी एकादशी कहते हैं। यह 15 नवंबर को है। इस दिन सूर्योदय छह बजकर 36 मिनट पर और एकादशी सुबह आठ बजकर 51 मिनट तक है। धर्मशास्त्रों के अनुसार द्वादशी से समन्वित एकादशी अत्यंत उत्तम व प्रशस्त मानी गई है। इसलिए व्रत व पूजन अर्चन के लिए यही दिन मान्य रहेगा। इसी दिन तुलसी विवाह का भी आयोजन होता है। इसके बाद विवाहादि मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाएगी।

पं. शरदचंद्र मिश्र व पं. जोखन पांडेय शास्त्री ने बताया कि आषाढ़ शुक्ल एकादशी को भगवान विष्णु क्षीरसागर में शयन (योग निद्रा) के लिए चले जाते हैं। चार माह बाद कार्तिक शुक्ल एकादशी को वह जागते हैं। इसके बाद विवाहादि मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं। उनके शयन के दौरान मांगलिक कार्य नहीं होते हैं। विवाह के मुहूर्त 16 नवंबर से शुरू हो रहे हैं जो 13 दिसंबर तक हैं। 16 दिसंबर को खरमास (धनु संक्रांति) दिन में 1:01 बजे शुरू हो रहा है, जो 14 जनवरी 2022 को रात 8.49 बजे मकर संक्रांति के साथ खत्म होगा। इस दौरान विवाह नहीं होंगे।

विवाह का मुहूर्त

नवंबर- 16, 19, 20, 21, 22, 26, 27, 28, 29, 30।

दिसंबर- 1, 2, 5, 6, 7, 11, 12, 13।

सर्वाधिक तेज लग्न – 20, 21, 29 नवंबर और 12 व 13 दिसंबर।