कुशीनगर जिले में कोरोनारोधी टीकाकरण में स्वास्थ्य विभाग ला रहा है एक नई पहल, जानें क्या है रीति

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गोरखपुर (www.arya-tv.com) कुशीनगर जिले में कोराेनारोधी टीकाकरण में तेजी लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक नई पहल की है, जिसमें 80 फीसद से अधिक टीकाकरण वाले श्रेणियों के गांव को चिह्नित कर उन्हें प्रथम डोज से संतृप्त किया जाएगा। प्रथम डोज संतृप्त गांवों को घोषित कर वहां के प्रधान को सम्मानित किया जाएगा। इसके बाद 80 फीसदी से कम टीकाकरण वाले गांवों को शत-प्रतिशत प्रथम डोज से संतृप्त कराने के लिए ब्लाक स्तरीय टास्क फोर्स शिक्षा, पंचायतीराज, आइसीडीएस और ग्राम्य विकास विभाग के कर्मचारी लगाए जाएंगे।

इनकी रहेगी जिम्मेदारी

जनपद के छह तहसीलों के 309 लेखपालों व 3850 आशा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है, जो गांवों में डोर-टू-डोर सर्वे के करेंगे। साथ ही निर्धारित प्रोफार्मा पर परिवार के एक-एक लोगों के नाम, मोबाइल नंबर, उम्र, प्रथम डोज लगा या नहीं। लगा तो कब लगा, द्वितीय डोज कब लगेगी अथवा लग चुकी है, भरेंगे। इसके बाद ब्लाक स्तरीय तैयार रिपोर्ट एसडीएम को सौंपी जाएगी। सूची के आधार पर स्वास्थ्य विभाग संबंधित टीमों के साथ गांवों में शिविर लगा प्रथम डोज से संतृप्त करने में जुटेगी।

प्रधान भी रहेंगे शामिल

सर्वे से लेकर टीकाकरण में सहयोग के लिए प्रधान भी शामिल रहेंगे, जो टीम के साथ एक-एक घरों तक जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करेंगे और केंद्र पर ले जाकर टीका भी लगवाएंगे। सहायक शोघ अधिकारी विनोद शाह ने बताया कि इसका उद्देश्य टीका लगवाने से वंचित लोगों को अधिक से अधिक टीका लगवाना है।

आंकडों में टीकाकरण

जनपद में कुल 1003 ग्राम पंचायतें हैं। इन सभी गांवों में अब तक लगभग 6065 से अधिक कैंप लग चुका है, जिसमें लगभग 13 लाख 20 हजार को प्रथम व तीन लाख 90 हजार द्वितीय डोज शामिल हैं।

लक्ष्य दो लाख और बढ़ा, अब 25 लाख लोगों को लगेगा टीका

कोराेनारोधी टीकाकरण को लेकर विभागीय स्तर पर लक्ष्य में दो लाख की वृद्धि की गई है। 23 लाख की बजाय अब 25 लाख का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें प्रथम व द्वितीय दोनों डोज शामिल है। गुरुवार तक 2134225 लोगों का टीकाकरण हो चुका है, जिसमें प्रथम डोज 1642326 व द्वितीय डोज 491899 लोगों को लग चुका है।

टीकाकरण से वंचित लोगों को किया जाएगा चिह्नित

सीएमओ सुरेश पटारिया ने बताया कि लक्ष्य बढ़ाने के साथ गांवों में प्रथम डोज से वंचित लोगों के टीकाकरण के लिए यह व्यवस्था की जा रही है, जिसमें लेखपाल व आशा कार्यकर्ताओं के सर्वे रिपोर्ट के आधार पर उन गांवों को चिह्नित कर बचे लोगों को टीका लगाया जाएगा।