राहुल और प्रियंका मृतक किसान व पत्रकार के परिवार से मिले, बोले- हम न्याय दिलाने के लिए आए हैं

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(www.arya-tv.com)कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के बुधवार देर रात लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गांव पहुंचे। यहां कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने हिंसा में मारे गए किसानों के परिजनों से मुलाकात की। राहुल और प्रियंका सबसे पहले पलिया के चौकाघाट पहुंचे। यहां मृतक किसान लवप्रीत सिंह (20) पुत्र सतनाम सिंह के परिवार से मिले। माता-पिता के गले लगकर ढांढस बांधा।

इसके बाद काफिला निघासन स्थित मृत स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप के घर पर रुका। यहां प्रियंका गांधी ने पत्रकार रमन की पत्नी आराधना और उसके बच्चों वैष्णवी व अभिनव से बात की। हर सहयोग का आश्वासन दिया। इसके बाद राहुल और प्रियंका का काफिला धौरहरा के गांव रमनदीन पुरवा निवासी मृत किसान नक्षत्र सिंह (55) के परिवार से मिलने के बाद लखनऊ रवाना हो गए।

इससे पहले राहुल गांधी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से परिजन संतुष्ट नहीं हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या लिखा है। वे दोषी के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। हर कोई जानता है कि आरोपी कौन है। उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। क्योंकि उनके पिता गृह राज्य मंत्री हैं। हम यहां इन परिवारों को न्याय दिलाने के लिए आए हैं।उधर, दिल्ली से सड़क के रास्ते लखीमपुर जाने के लिए सचिन पायलट और प्रमोद कृष्णन को पुलिस ने मुरादाबाद पहुंचने से पहले हिरासत में ले लिया है। दोनों को सर्किट हाउस लाया जा रहा है। सुबह गाजीपुर के बॉर्डर के रास्ते दोनों लखीमपुर के लिए रवाना हुए थे।

राहुल-प्रियंका के काफिले में 17 गाड़ियों को मंजूरी

प्रशासन ने राहुल-प्रियंका के काफिले में 17 गाड़ियों को मंजूरी दी है। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी दोनाें के साथ लखीमपुर निकले। कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्‌डा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल और अजय कुमार लल्लू किसान पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए लखीमपुर गए हैं।

लखनऊ एयरपोर्ट पर धरने पर बैठे राहुल

लखीमपुर खीरी हिंसा में सियासत खत्म नहीं हो रही है। बुधवार को राहुल गांधी ने पहले दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भाजपा सरकार पर हमला किया। इसके बाद वह फ्लाइट से लखनऊ पहुंचे। राहुल के साथ छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के नवनियुक्त सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी हैं। लखनऊ एयरपोर्ट से राहुल बाहर निकलने लगे तो प्रशासन ने उनको जाने नहीं दिया। इसके चलते वह करीब एक घंटे तक धरने पर बैठ रहे।

राहुल के पहुंचने से पहले प्रियंका हुईं रिहा

राहुल गांधी सीतापुर के पीएसी गेस्‍ट हाउस पहुंचे। उनके साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद रहे। उधर, प्रशासन ने 24 घंटे पहले गिरफ्तार प्रियंका को भी रिहा कर दिया। रिहा करने से पहले उनका हेल्थ चेकअप भी किया गया।

पीएसी गेस्‍ट हाउस में महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से राहुल गांधी की वार्ता चली। बाहर आकर दोनों ने कार्यकर्ता को हाथ दिखाकर अभिनंदन किया। इसके बाद उनका काफिला सीतापुर से लखीमपुर के ल‍िए रवाना हो गया है। एक से डेढ़ घंटे में लखीमपुर पहुंचने की उम्‍मीद।

जब लखनऊ एयरपोर्ट से राहुल को बाहर नहीं निकलने दिया गया तो भम्र की स्थिति हो गई। बाद में पता चला कि प्रशासन अपनी गाड़ी में इन नेताओं को लखीमपुर ले जाना चाहता था, जबकि राहुल अपनी गाड़ी पर जाने के लिए अड़ गए। इस मांग पर अड़े राहुल एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए। बाद में सरकार ने उन्हें खुद की गाड़ी से लखीमपुर जाने की अनुमति दे दी।

पंजाब और छत्तीसगढ़ सरकारें मृतकों के परिवारों को 50-50 लाख रुपए देंगी

पंजाब और छत्तीसगढ़ सरकार ने लखीमपुर हिंसा में मारे गए हर मृतक परिवार को 50-50 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। इससे पहले उत्तर प्रदेश ने 45 लाख रुपए दिए थे। यूपी प्रशासन से सभी पार्टियों के 5-5 सदस्यों को लखनऊ जाने की अनुमति दे दी है।