ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो ने खाना पहुंचाने वाले लड़के के धर्म को लेकर ग्राहक की शिकायत सुनने से इनकार कर दिया। कंपनी ने ग्राहक को जवाब दिया, खाने का कोई धर्म नहीं होता, खाना खुद में एक धर्म है। अगर ऐसे ग्राहक हमें छोड़कर जाते हैं तो जा सकते हैं।

दरअसल, मंगलवार रात मध्य प्रदेश के जबलपुर के रहने वाले अमित शुक्ला नामक एक व्यक्ति ने जोमैटो को ट्वीट कर डिलीवरी ब्वाय बदलने की शिकायत की थी। शुक्ला ने लिखा, जोमैटो से अभी ऑर्डर कैंसल किया क्योंकि वे एक गैर हिंदू राइडर को बदल नहीं सकते और पैसा भी रिफंड नहीं करेंगे।
मैंने कहा कि आप मुझे खाना लेने पर मजबूर नहीं कर सकते। मैं रिफंड नहीं चाहता हूं, बस मेरा ऑर्डर कैंसल कर दें।’ शुक्ला ने ट्वीट के साथ जोमैटो कस्टमर केयर के साथ बातचीत का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया। शुक्ला ने दूसरा ट्वीट किया, ‘जमैटो मुझ पर उन लोगों से खाना लेने का दबाव बनाती है, जिनसे नहीं लेना चाहते।
फिर वह न रिफंड करती है और न सहयोग। इसलिए मैं यह एप हटा रहा हूं। इस मुद्दे पर वकीलों से बात करूंगा।’ हालांकि कंपनी अपने रुख पर कायम रही और राइडर बदलने से इनकार कर दिया।