(www.arya-tv.com) जापान ने पूर्वी और दक्षिणी चीन सागर में आंखें दिखा रहे चीन से निपटने की तैयारी तेज कर दी है। जापान के रक्षा मंत्रालय ने रिकॉर्ड 50.1 बिलियन डॉलर (करीब 3.71 लाख करोड़ रुपए) के रक्षा बजट की मांग की है। अगर यह बजट पारित हो जाता है तो यह पिछले 8 साल में जापान की ओर से रक्षा बजट में सबसे बड़ी बढ़ोतरी होगी। खास बात यह है कि चीन पर नजर रखने के लिए जापान समुद्र से लेकर अंतरिक्ष तक पर खर्च करेगा।
वह अंतरिक्ष में निगरानी के लिए 85 अरब येन खर्च करेगा। अपनी साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए जापान 34.5 अरब येन खर्च करने की योजना बना रहा है। इसके अलावा जापान अपनी हवाई ताकत को मजबूत करने के लिए अमेरिका से पांचवीं पीढ़ी के 12 एफ-35 विमान अपनी वायुसेना और नौसेना के लिए खरीद रहा है। जापान इन हथियारों की खरीद ऐसे समय पर कर रहा है, जब चीन ने उसके विवादित द्वीपों की ओर गश्त बढ़ा दी है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि जापान के रक्षा बजट में 2.6 की वृद्धि की जा रही है, जो 2014 के बाद रक्षा बजट में सबसे बड़ी बढ़ोतरी होगी। अगर अमेरिकी सेना के साथ उसके गठजोड़ पर आने वाले खर्च को जोड़ दिया जाए तो यह पूरी धनराशि जापान के कुल जीडीपी के एक प्रतिशत से भी ज्यादा हो जाएगी। अब तक जापान केवल एक फीसदी ही रक्षा क्षेत्र पर खर्च करता था।
फिर भी…चीन के बजट से चार गुना कम ही होगा
जापान का आगामी रक्षा बजट चीन के रक्षा बजट से चार गुना कम होगा। क्योंकि चीन का रक्षा बजट 14.35 लाख करोड़ रुपए है। सिप्री की रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 में जापान का कुल रक्षा खर्च चीन के रक्षा बजट का पांचवां हिस्सा ही था। इससे पहले जापान के रक्षा मंत्री नोबूओ किशी ने कहा था- ‘जितने पैसे की जरूरत होगी, हम खर्च करेंगे। इससे पहले जापान के पीएम योशिहिदे सुगा ने संयुक्त बयान में कहा था कि उनका देश अपनी रक्षा क्षमता को मजबूत करेगा।