लखनऊ। बरेली से बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतोल की बेटी ने इंस्टरकास्ट लवमैरिज कर ली। यह मामला मीडिया में उस वक्त सुर्खियों में आ गया जब खुद उनकी बेटी ने सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल करके अपनी जान को खतरा बताया। मीडिया का एक धड़ा जहां साक्षी के साथ है वहीं दूसरा बीजेपी विधायक के साथ। हम आपके सामने पांच सवाल रख रहे हैं, जिनसे इस मामले की धूंधली तस्वीर से पर्दा उठ जाएगा।
एक
कथित प्रेमी अजितेश विधायक की बेटी साक्षी को लेकर 3 जुलाई को फरार हुआ। उस दिन साक्षी के माता पिता लखनऊ में थे। उसी दिन भाई विक्की कजेन से मिलने दिल्ली जाने वाला था। साक्षी ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा था कि कुछ दिन पहले मेरे पिता ने मम्मी से कहा था कि सीनू (साक्षी)को समझा लो वरना वो अजितेश के साथ भाग जाएगी। यानी कि विधायक जी को जानकारी थी, कि उसकी बेटी भाग सकती है। अब सवाल यह उठता है कि जब वह अपनी पत्नी के साथ बाहर गए थे तो फिर वह घर के बाहर पहरा क्यों नहीं बैठाकर गए। साक्षी को घर पर अकेला छोड़कर वह पत्नी के साथ क्यों गए। यानी साफ है कि अजितेश का सब कुछ प्लान था। भागने से पहले भी और भागने के बाद भी। साक्षी घर से निकली और अजितेश ने उसे पिक किया और दोनों इलाहाबाद पहुंच गए। अजितेश ने पहले ही से तीन वकील तय कर रखे थे। उसने मंदिर भी तय कर रखा था कि कहां शादी करनी है।
दो
अजितेश ने कहा कि वह गेस्टहाउस के रिसेप्शन पर बैठा था इस दौरान उसने राजीव राणा के दो लोगों को गेस्ट हाउस में आते देखा । हालांकि अजिेतश ने यह नहीं बताया कि वह दो लोग कौन थे। अजितेश ने बताया कि वो दोनों उसे देखकर नरवस हो गए। वह फोन करके राजीव से कहने लगे कि आपका बताया पता मिल गया। इसके बाद अजितेश कमरे में गए साक्षी को उठाया और अवैध तरीके से बिना चेकआउट किए होटल मालिक की सह पर पीछे के दरवाजे से निकल गए। सवाल यह उठता है कि साक्षी और अजितेश का कहना है कि राजीव राणा यानी विधायक के मित्र ने उसे मारने के लिए गुंडे भेजे थे। ये वही गुंडे है जो साक्षी को देखकर खुद नरवस हो जाते हैं। इतना ही नहीं वह कौन सा होटल मालिक है जो इतने पॉपुलर मामले में दोनों को गेस्ट हाउस में अवैध तरीके से रख सकता है।
तीन
अजितेश कहा कहना है कि दलित होने के कारण उसका विरोध हो रहा है।
विधायक के बेटे विक्की की अजितेश की दोस्ती बहुत पुरानी है। अजितेश खुद यह बात कबूलता रहा है। पप्पू भरतोल का भी कहना है कि अजितेश बेटे जैसा था। घर तक आता था, साथ में खाना खाता था। यानी साफ है कि विधायक के परिवार के मन में कभी उसके दलित होने का ख्याल नहीं आया। अजितेश ने विक्की को मनाने के लिए कोई पहल नहीं की।
चार
अजितेश ने चैनल पर अपने प्यार की कहानी तो खूब बताई लेकिन उसने ये क्यों नहीं कहा कि भोपाल में उसने एक बार सगाई तोड़ दी थी। इतना ही नहीं अजितेश के पिता ने भी इस बात को चैनल पर डिवेट के दौरान नहीं बताया। जबकि जिससे सगाई हुई थी वह अजितेश की पसंद थी। लड़की के पिता ने खुद इस बात को कहा है कि उसके पांच बेटियां थीं दो की शादी हो गई थी, लेकिन अजितेश को मेरी सबसे छोटी बेटी पसंद थी। लड़की के पिता ने कहा था कि मैं अपनी दो बडी बेटियों को छोड़कर तीसरी बेटी की शादी कैसे कर दूं। हालांकि बाद में वह राजी हो गए थे। और दोनों की सगाई हो गई। नवंबर में शादी थी लेकिन अक्टूबर में ही अजितेश की मां की डेथ हो गई। अजितेश सफाई मेें कह रहा है कि मां के निधन के चलते उसने शादी तोड़ दी थी। लड़की के पिता रवीन्द्र नायक ने बताया कि जब उनकी मां की डेथ हुई थी तो अजितेश के परिजनों ने हमें बुलाया था साथ ही हमारी छोटी बेटी को भी साथ लाने के लिए कहा था। हम अपनी बेटी को भी लेकर गए थे। अंतिम संस्कार में। लेकिन उसके बाद अचानक रिश्ता टूट गया। कहा जाता है कि अजितेश और उसके पिता ने दहेज के चलते रिश्ता तोड़ा।
पांच
इस पूरे मामले में साक्षी ने वीडियों में कहा है कि मेरी ख्वाहिश थी कि मैं अपनी शादी में ये पहनूंगी वो पहनूंगी। साक्षी का कहना है कि उसने अपने घर में बेटी बचाव बेटी पढ़ाव का कत्ल होते देखा है। जबकि पिता ने पत्रकारिता कराने के लिए जयपुर भेज दिया था तीन साल के लिए। विक्की पर जान से मारने का आरोप साक्षी ने लगाया जबकि उसी भाई ने उसे महंगा स्मार्ट फोन गिफ्ट किया गया। विक्की जब जयपुर अपनी बहन से मिलने जाता था तो अजितेश को भी ले जाता था। साक्षी का कहना है कि अगर एमजेएमसी में एडमीशन मिल जाता तो वह पढ़ने चली जाती।