शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों का कारण है नशाखोरी

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  • शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों का कारण है नशाखोरी

अन्तर्राष्ट्रीय नशा दिवस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी हस्ताक्षरीत कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जिसमें मनोचिकित्सक डॉ. अभय सिंह ने बताया कि युवाओं में नशे की लत बढ़ती जा रही है शुरुआत में एक दूसरे की देखा देखी सेवन करते है कुछ समय बाद नशे की लत लग जाती हैं जो शरीर को अंदर से खोखला करने लगती हैं इसके लिये अभिवावकों को बच्चों पर नजर रखनी चाहिए। इसका इलाज सम्भव हैं मगर इसके लिए जरूरी हैं सही समय पर नशे के आदि व्यक्ति को अस्पताल लाने की।

  • नशे के कारण

जिला अस्पताल के मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ से साइकेट्रिस्ट सोशल वर्कर रवि द्विवेदी बताते हैं कि युवाओं से लेकर अधेड़ उम्र नशे का सेवन ज्यादा करते हैं जिसे नशा करने वाले के शरीर में ताकत व आत्मविश्वास बढ़ जाता हैं। अधिकांश माता पिता सुबह घर से निकल जाते हैं देर रात घर पहुचते हैं बच्चे अकेलापन दूर करने के लिये नशे का सेवन करने लगते हैं।

आज के समय फुटपाथ और रेलवे प्लेटफार्म पर रहने वाले बच्चे भी नशे की चपेट में आ गए हैं नशा से छुटकारा पाने के लिये व्रहद स्तर पर चलाये जाने की जरूरत है। रवि द्विवेदी ने बताया नशे के मामले में महिलाये भी पीछे नहीं है जिसके कारण उनके व्यकितगत और सामाजिक जीवन तनाव,प्रेम सम्बन्ध, दाम्पत्य जीवन भी प्रभावित होता जा रहा है। कार्यक्रम में डॉ. देवाशीष, डॉ. रजनी गन्धा, निगरानी मूल्यांकन अधिकारी श्रवण कुमार, आदेश पांडे, संजय, सन्तोष उपस्थित रहे।