कानपुर में कोरोना वायरस ने तोड़े सभी रिकॉर्ड, 917 मिले पॉजिटिव मरीज

Kanpur Zone UP

कानपुर(www.arya-tv.com) कानपुर में कोरोना संक्रमण के सभी रिकॉर्ड रविवार को टूट गए। 24 घंटे में 917 नए पॉजिटिव रोगी पाए गए हैं। इनमें जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, उप प्राचार्य समेत 12 डॉक्टर भी शामिल हैं। इसके साथ ही चार और लोगों की जान चली गई। बीते वर्ष कोरोना की पहली लहर में भी 24 घंटे में इतनी बड़ी संख्या में केस रिपोर्ट नहीं हुए थे। हद तो यह है कि गम्भीर मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग ने हैलट और कांशीराम अस्पताल में स्थायी तौर पर एसीएमओ को तैनात किया है।

रविवार को मरने वालों में दबौली निवासी 30 वर्षीय पुरुष घाटमपुर निवासी 37 वर्षीय पुरुष, जूही निवासी 75 वर्षीय महिला,हर्ष नगर निवासी 41 वर्षीय पुरुष शामिल हैं। सीएमओ डॉ. अनिल कुमार मिश्र के मुताबिक पॉजिटिव केसों की कांटैक्ट ट्रेसिंग 12 घंटे के अंदर कर दी गई। टीम एक पॉजिटिव केस के सम्पर्क में आए लोगों की 12 घंटे के अंदर पहचान करके नमूने लेगी। घर-घर सर्वे टीमें भी लगी हैं। उनकी संख्या बढ़ा दी गई है। अब लगभग 300 टीमें काम कर रही हैं।

138 शहरियों ने जीती जंग

कोरोना प्रसार के बीच 138 लोगों ने जंग जीत ली है। चार लोग विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए हैं और 134 लोगों ने होम आइसोलेशन पूरा किया है। हालांकि एक्टिव केसों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।

अस्पतालों में सतर्कता से जाएं

सीएमओ डॉ. अनिल कुमार मिश्र के मुताबिक टीकाकरण केन्द्रों और अस्पतालों में बेहद सावधानी से जाएं। सोशल डिस्टेंस के साथ मास्क जरूर लगाएं। बेहद जरूरी हो तभी अस्पताल जाएं।

मेडिकल कॉलेज प्राचार्य समेत 12 डॉक्टर पॉजिटिव

मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य, उप प्राचार्य समेत 12 डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उप प्राचार्य मेडिसिन विभागाध्यक्ष भी हैं। उनके साथ मेडिसिन विभाग के एक अन्य सीनियर प्रोफेसर भी पॉजिटिव हैं। ये सभी लोग कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगवा चुके हैं।

दरअसल, शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज से संबद्ध हैलट अस्पताल की प्रमुख अधीक्षक के पॉजिटिव आने के बाद प्राचार्य, उप प्राचार्य, सीनियर फैकेल्टी ने अपनी जांच कराई, जिसमें वे पॉजिटिव पाए गए हैं। पॉजिटिव आए डॉक्टरों में सात रेजीडेंट डॉक्टर और चार-पांच सीनियर फैकेल्टी हैं। एक सीनियर प्रोफेसर को अधिक वायरल लोड से पीड़ित बताया गया है। हालांकि सभी डॉक्टरों की निगरानी में होम आइसोलेशन में हैं। जूनियर डॉक्टरों को अलग वार्ड में आइसोलेट किया गया है। उप प्राचार्य ने सभी लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि की है।