(www.arya-tv.com) ज्योतिष विद्या के अनुसार किसी भी मनुष्य का जीवन उसकी कुंडली में मौजूद ग्रहों की चाल और दशा पर निर्भर करता है। जबकि व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों नक्षत्रों की स्थिति और चाल अनुकूल होती है, तब व्यक्ति के जीवन में तमाम तरह की खुशियां और वैभव मिलने लगता है।
समय-समय पर सभी ग्रह एक राशि को छोड़कर दूसरी राशि में गोचर करते हैं। ग्रहों के राशि परिवर्तन से जातक की कुंडली में इसका शुभ और अशुभ दोनों तरह का असर देखने को मिलता है। इस क्रम में 13 महीने के बाद सभी ग्रहों में सबसे बड़े और सबसे ज्यादा शुभ फल देने वाले ग्रह बृहस्पति मकर राशि को छोड़कर कुंभ राशि में गोचर करेंगे।
ज्योतिषशास्त्र में गुरु ग्रह को बहुत ही शुभफल देने वाला ग्रह माना गया है। गुरु ग्रह ज्ञान, धर्म और विवाह का कारक माना गया है। जिन जातकों की कुंडली में गुरु शुभ स्थिति में होते हैं उनके जीवन में हमेशा खुशियां और संपन्नता रहती है। गुरु किसी एक राशि में करीब 13 महीनों तक विचरण करते हैं।
गुरु ग्रह 6 अप्रैल, मंगलवार को अपनी नीच राशि मकर से निकलकर शनिदेव की राशि कुंभ में प्रवेश करेंगे। इसके बाद देवगुरु फिर से 13 सितंबर को वक्री चाल यानी उल्टी दिशा में चलते हुए मकर राशि में प्रवेश करेंगे। गुरु के कुंभ राशि में परिवर्तन करने से कई जातकों के नौकरी और व्यापार में बदलाव देखने को मिलेगा। सभी 12 राशियों में से कुछ राशि वालों की किस्मत गुरु के राशि परिवर्तन से बदलने वाली होगी।
मेष
जिन लोगों की राशि मेष है उनके के लिए गुरु का कुंभ राशि में आना शुभ संकेत है। कार्यो में सफलता प्राप्त होने की उम्मीद है, इसके अलावा एक से अधिक आय के साधनों में वृद्धि भी होने के संकेत मिल रहे हैं। एकादश भाव में मौजूद गुरु आपको अपार धन लाभ कराएंगे।
वृषभ
जो लोग वृषभ राशि से संबंध रखते हैं उनके लिए गुरु बहुत ही शुभ और अच्छे परिणाम दिलाने वाले सिद्ध होंगे। इस दौरान अच्छे-अच्छे प्रस्ताव आपके सामने आएंगे जिससे आपको बहुत ही फायदा होगा। नौकरीपेशा से जुड़े लोगों को पदोन्नति मिल सकती है और व्यापार में भी लाभ होने की संभावना है।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु पैतृक या कहीं से आकस्मिक धन लाभ होने के संकेत मिल रहे हैं। कुछ दिनों के बाद गुरु के मकर राशि में वापस विराजमान होते हुए आपके सप्तम भाव को प्रभावित करेंगे, जिससे व्यावसायिक जातकों को व्यवसाय में जबर्दस्त सफलता मिलेगी। उत्तम धनलाभ होगा। घर-परिवार में आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी।
तुला राशि
गुरु के कुंभ राशि में गोचर से तुला राशि के जातकों के लिए किस्मत बदलने वाला साबित होगा। रुके हुए कार्य बिना बाधा के पूरे होने लगेगा जिससे आपकी आय और संपत्तियों में इजाफा होगा। नौकरीपेशा जातकों को प्रमोशन मिल सकता है। पैतृक संपत्ति का लाभ मिलेगा,साथ ही जिन भी जातकों का प्रॉपर्टी से संबंधित कोई भी विवाद था तो उसमें सफलता मिल सकती है।
कुंभ राशि
गुरु का राशि परिवर्तन आपकी ही राशि में होने जा रहा है। व्यापार के क्षेत्र में अब तक जो रुकावट आ रही थी वो दूर होगी। मानसिक तनाव से शांति मिलेगी। किसी भी निर्णय को लेने में सक्षम महसूस करेंगे। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा व आर्थिक पक्ष भी मजबूत होगा।