लोकसभा चुनाव के बाद से पश्चिम बंगाल में तनाव कम नहीं हो रहा है। इसी बीच डॉक्टरों से हुई अभद्रता के बाद देश भर के डॉक्टर इसे प्रतिष्ठा से जोड़ने लगे हैं। हाल यह हो गया है कि पश्चिम बंगाल से भड़की राजनीतिक लड़ाई की चिंगारी अब सिस्टम की लड़ाई बनती जा रही है। इसका असर दिल्ली, यूपी मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र से लेकर धीरे धीरे पूरे देश में दिखनी शुरू हो गई है। डॉक्टरों ने काम करने से मना कर दिया है।
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दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने राजधानी दिल्ली में हड़ताल के लिए डॉक्टरों को बुलाया है। यह मामला अदालत तक पहुंच गया है। कलकत्ता हाईकोर्ट में इसको लेकर याचिका दायर की गई है जिस पर आज सुनवाई भी होगी।
क्या कह रही हैं ममता बनर्जी
डॉक्टरों की हड़ताल को ममता बनर्जी ने बीजेपी की साजिश बताया है। ममता का कहना है कि बीजेपी अब डॉक्टरों को भी अपने जाल में फसा रही है। ममता ने सोशल मीडिया पर लिखे गए एक पोस्ट में कहा है कि एनआरएस हॉस्पिटल में जो हुआ वह गलत था, मैंने मौके पर अपने मंत्री को भेजा था, लेकिन डॉक्टरों ने कोई भी बात मानने से इंकार कर दिया। आपको बता दें कि ममता सरकार जूनियर डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में हैं ।
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क्या है पूरा मामला
नील रत्न सरकार (एनआरएस) हॉस्पिटल में 10 जून की शाम को इलाज के दौरान एक 75 साल के वृद्ध की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया और मौके पर मौजूद डॉक्टरों को गालियां दी। इसके बाद गुस्साए डॉक्टरों ने कहा कि जब तक परिजन माफी नहीं मांगेंगे तब तक हम मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं देंगे। इसके बाद हंगामा और बढ़ गया। कुछ ही देर में भीड़ जुटने लगी और हॉस्पिटल पर धावा बोल दिया। इसमें 2 जूनियर डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद डॉक्टर हड़ताल पर बैठ गए। इस पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉक्टरों की निंदा की तो मामला और बढ़ गया।