अभी कुछ दिनों पहले कुछ पार्षदों द्वारा ठेकेदारों के भुगतान के लिए मची भगदड़ की सूचना मिलने पर मेयर संयुक्ता भाटिया द्वारा तत्काल ऐक्शन लेते हुए लेखा विभाग को सिर्फ एक दिन भुगतान दिवस पर भुगतान करने के आदेश दिये। हालांकि यह बात सोचने वाली है कि आचार संहिता के दौरान भी हमारे नगर आयुक्त श्री इंदमणि त्रिपाठी के बजाय यह आदेश मेयर स्तर से जारी हुआ इससे यह बात स्पष्ट हो जाती है कि नगर आयुक्त सिर्फ मेयर के आदेशों का पालन करते हैं जो कि पहले दिन से ही देखने को मिल रहा है जब से उन्होंने नगर आयुक्त की कुर्सी संभाली है।
हालांकि इस आदेश से नगर निगम में भुगतान के नाम पर हो रही सिफारिशों पर भी लगाम लगेगी और एक तरफ से हर छोटे और बड़े ठेकेदार को भुगतान होगा जो एक अच्छा प्रयास है।
सूत्रों की माने तो इसके बाद अब कुछ पार्षदों और अभियंताओं की बारी है जो लगातार कमीशन ले रहे हैं और नगर निगम की छवि को धूमिल करने का काम कर रहें हैं इस विषय पर मेयर के द्वारा कुछ कड़ा निणर्य लेने की उम्मीद जतायी जा रही है। जिससे नगर निगम लखनऊ की छवि बेहतर बन सके।
डॉ.अजय शुक्ला
राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त पत्रकार
मो.9235706144
