टेरेस गार्डन बनाने के लिए छत की वॉटरप्रूफिंग जरूरी

Uncategorized

(www.arya-tv.com)यदि आप एक कामकाजी महिला हैं और शाम को थकी-हारी लौटने पर कुछ समय शांति से गुजारना पसंद करती हैं। रेस्टोरेंट या पार्क जैसा खुला वातावरण चाहती हैं तो टेरेस गार्डन आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है। समय की कमी के कारण अक्सर वर्किंग विमेंस कहीं आ-जा नहीं पाती हैं तो अपने साथ थोड़ा मी-टाइम बिताने के लिए आप अपना एक टेरेस गार्डन बना सकती हैं। टेरेस गार्डनिंग आजकल बहुत प्रचलित है। अपने घर की छत पर आप कुछ बदलाव करके इसे हरा-भरा बना सकती हैं। इसकी लागत भी बहुत अधिक नहीं है। घर का यह कोना आपको निश्चित तौर पर ढेर सारा सुकून देगा। इन स्टेप्स से आप अपना गार्डन बना सकती हैं-

1. सबसे पहले प्लानिंग करें

सबसे पहले आप प्लान कीजिए कि आप अपनी छत को किस रूप में देखना चाहती हैं। अगर स्पेस और पैसे की समस्या नहीं है, तो आप काफी कुछ सामानों के उपयोग-जैसे रॉक्स, गैजीबो, वॉटर बॉडीज तथा अन्य चीजों का इस्तेमाल कर अपना टेरेस गार्डन खूबसूरत बना सकती हैं।

2. खाद व कीड़े़-मकौड़ों से बचाव की तैयारी करें

नियमित रूप से फर्टिलाइजर का उपयोग 15 से 30 दिनों में करें। हर्बल नीम तेल का इस्तेमाल कीड़े-मकौड़ों को भगाने के लिए नियमित रूप से दो-तीन महीने के अंतराल पर करें।

3.वॉटरप्रूफ फ्लोर तैयार करें

अपना गार्डन तैयार करने से पहले आप अपनी छत को वॉटरप्रूफ बनाने की तैयारी करें। आपकी छत का फ्लोर आपके गार्डन की बेस के तहत काम करेगा। आप अपनी छत पर पौधे उगाने के लिए सीधे मिट्टी नहीं डाल सकती हैं। सबसे पहले आप पक्की ईंट छत पर बिछा दें, क्योंकि कच्ची ईंट पिघलकर निकासी में बाधा उत्पन्न करती है। उसके बाद इस पर वायर मेस बिछा दें। यह आपकी मिट्टी को ईंटों के अंदर जाने से बचाता है। इससे छत भी खराब नहीं होगी और छत पर हरियाली बढ़ेगी।

4.ड्रेनेज सिस्टम यानी निकासी बनाएं

दूसरा महत्वपूर्ण काम है निकासी या ड्रेनेज सिस्टम का ध्यान रखना। टेरेस पर यह सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। अगर पानी की निकासी नहीं की गई तो यह आपकी बिल्डिंग को नुकसान पहुंचा सकती है।

5. पौधों को नियमित पानी दें

पानी देने से पहले पौधों को चेक करें। हर सुबह पौधों में पानी दें और सूरज की रोशनी के पास रख दें। पौधों की मिट्टी अगर गीली है तो पानी न दें। ज्यादा पानी से जड़ सड़ने लगती है। अगर आप नोटिस करती हैं कि पौधे सूख रहे हैं या पीले पड़ रहे हैं, तब आप पौधों को दिन भर के लिए घर के भीतर भी रख सकती हैं।