अपनी ही सरकार में लखनऊ नगर निगम को खा गये नगर विकास मंत्री और मेयर

Lucknow

(ARYA TV)आप लोगों ने पुरानी कहावत सुनी हो सैयां भये कोतवाल तो डर काहेका पर इस सरकार में तो नगर निगमों के लिए यह कहावत उलटी ही साबित हो रही है। इस सरकार में लखनऊ नगर की स्थित को एक जरजर इमारत की तरह हो गयी है। धन के अभाव में नगर निगम काफी संकट की स्थित में चल रहा है। इसको लेकर हमारी मेयर ने सभी पाषदों के साथ माननीय मुख्यमंत्री से मिलकर सिर्फ रस्म अदायगी कर दी। नगर निगम को कुछ मिला तो सिर्फ धन में कटौती और कुछ भी नहीं मिल पा रहा है। सबसे शर्म की बात तो यह है कि जो नगर निगम कर्मी रिटायर्ड हो जाते उनकी पेेंशन भी समय से नहीं मिल पाती है। पर इन सब मुशीबतों का हमारे मंत्री और मेयर पर कोई भी असर नहीं हो रहा है। प्रतिदिन सिर्फ नये—नये स्थानों पर फीता काटकर उद्घाटन करने से हमारे नगर निगम को वि​कास नहीं होगा। यही कारण है कि सरकार बनने के बाद मुख्य वित्त लेखाधिकारी लिंगगप्पा बिना कारण अपना तबादला करा कर अच्छी पो​स्टिंग करा कर चल दिये। अब मिलिंद लाल के कंधों पर इन सब मुशिबतों का बोझ है देखना यह है कि वह भी कितने दिन तक यह सब झेल पाते हैं। या लिंगगप्पा की तरह वह भी चले जायेंगे।

डॉ.अजय शुक्ला
राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त पत्रकार
मो.9235706144