(www.arya-tv.com) नई दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा में बन रही फिल्मसिटी में मनोरंजन उद्योग से जुड़े लोगों की बसाहट होने से पहले ही यहां मुंबई के पास करजत में फिल्म कामगारों के लिए 10 हजार से ज्यादा घरों के निर्माण की योजना शुरू हो चुकी है। फिल्म कामगारों के लिए यहां पूरी स्मार्ट सिटी बसाई जा रही है जिसमें रोजमर्रा की जरूरतों की सारी सुविधाएं होंगी। स्कूल और अस्पताल आदि भी बनने प्रस्तावित हैं।
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लाईज (एफडब्लूआईसीई) के अध्यक्ष बीएन तिवारी के मुताबिक फिल्म और टेलीविजन से जुड़े कर्मचारियों के लिए केंद्र और राज्य सरकार की भागीदारी से महाराष्ट्र के करजत के समीप शेलू में दादा साहेब फाल्के गृह निर्माण योजना की शुरुआत हो रही है।
इसके पहले चरण में दस हजार अस्सी घरों का निर्माण होने जा रहा है। शिवरात्रि पर भूमि पूजन के साथ ही इस मिनी सिटी का श्रीगणेश हो जाएगा। इस टाउनशिप में अस्पताल, स्कूल तथा अन्य सुविधाएं भी होगी। इस टाउनशिप में मनोरंजन उद्योग में काम करने वालों के लिए काफी सस्ते दर पर 465 स्क्वायर फिट के फ्लैट बनाए जा रहे हैं।
संगठन के मुख्य सलाहकार शरद शेलार कहते हैं कि फिल्म उद्योग के इतिहास में पहली बार सिने वर्करों के लिए इस तरह के फ्लैट बनाए जा रहे हैं। यह एक बहुत ही अच्छा कदम है।
एफडब्लूआइसीई के एक और मुख्य सलाहकार अभिनेता गजेंद्र चौहान ने भी दादा साहेब फाल्के गृह निर्माण योजना की सराहना की है। फेडरेशन ने इस आवासीय योजना की जानकारी देने के अलावा बुधवार को मनोरंजन उद्योग के कर्मचारियों से जुड़े तमाम दूसरे मुद्दों पर भी एक प्रेस कांफ्रेस की।
सावधान इंडिया’ धारावाहिक असिस्टेंट आर्ट डायरेक्टर प्रमोद कालेकर की लगातार काम करते रहने के चलते बिगड़े मानसिक संतुलन की वजह से हुई दुर्घटना का मामला भी यहां उठा।
तिवारी ने कहा कि फिल्म और टीवी शो की शूटिंग से जुड़े कर्मचारियों को महीने में चार अवकाश होना जरूरी है। ऐसा न करने वाले चैनलों और शो निर्माताओं के विरुद्ध फेडरेशन असहयोग आंदोलन करेगा और जरूरत पड़ने पर इस बारे में विधिक कार्रवाई की जाएगी।