मेरठ (www.arya-tv.com) युवावस्था में ही ब्लडप्रेशर बिगड़ रहा है। खानपान में कोलस्ट्रोल ज्यादा है और दिल की बीमारियां बढ़ रही हैं। वायरल संक्रमण के रूप में कोरोना महामारी भी आ धमकी। ऐसे में न सिर्फ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर सुरक्षित रहने की जरूरत है, बल्कि कम उम्र में दिल की बीमारियों से बचने की चुनौती है। चिकित्सकों ने फल और पौधों को अचूक औषधि बताते हुए डाइट चार्ट देना शुरू कर दिया है। इसमें आंवला अमृत फल के रूप में शामिल है। महज एक आंवला आपको पांच-सात दिनों तक संक्रमण से बचाने की क्षमता रखता है। साथ ही दिल की बीमारियों का खतरा भी कम कर देता है। सुश्रुत संहिता में इस फल को सभी दोषों को हरने वाला कहा गया है।
दिल का सुरक्षा कवच
100 ग्राम आंवले में सात दिन की विटामिन-सी की खुराक पूरी
13 ग्राम काबरेहाइड्रे
58 कैलोरी
.1 ग्राम वसा
3.4 ग्राम फाइबर
आंवले में साइटोकाइन टाइप पदार्थ मिलते हैं, जो प्रतिरोधक क्षमता तेजी से बढ़ाते हैं। इसे पावडर, त्रिफला, मुरब्बा व च्यवनप्राश के रूप में भी लिया जाता है। आंवला के सेवन से बीपी, कोलेस्ट्राल नियंत्रित मिले, जो हृदय रोगों से बचाता है। साथ ही इसका एंटीआक्सीडेंट प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
आंवले में मिलने वाला केमिकल हार्ट की एंडोथीलियम लेयर को क्षतिग्रस्त होने से रोकता है। आयुर्वेद में आंवले को सभी बीमारियों को मल द्वारा बाहर निकालने वाला फल कहा गया है। इसका कसैला रस पीलिया एवं पेट की कई बीमारियों को ठीक करता है। मैं सभी मरीजों को आंवला सेवन के लिए कहता हॅू।