लखनऊ।(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश विधान मंडल के बजट पत्र में सोमवार को योगी आदित्यनाथ सरकार सत्र 2021-22 का बजट पेश करेगी। प्रदेश के वित्त, संसदीय कार्य व चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने रविवार को अपनी टीम के साथ बजट को अंतिम रूप दिया। इस बार योगी आदित्यनाथ सरकार पेपरलेस बजट पेश करेगी।
बजट का स्वरूप साढ़े पांच लाख करोड़ रुपया से अधिक होने का अनुमान है। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने आज लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश बजट 2021-22 को अंतिम रूप दिया। इस अवसर पर उनके साथ अपर मुख्य सचिव वित्त राधा एस चौहान भी अपने स्टाफ के साथ मौजूद थीं। सोमवार को मंत्री सुरेश कुमार खन्ना विधान भवन में 11:00 बजे से उत्तर प्रदेश का बजट प्रस्तुत करेंगे। इस बार भी बजट को वित्त विभाग ने प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं और मंशा के मुताबिक तैयार कर दिया है। डिजिटल माध्यमों से बजट की प्रस्तुति की तैयारी भी की जा चुकी है।
इससे पहले ही मंत्री व विधायकों को आईपैड पर बजट देखने की ट्रेनिंग भी गई है। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सदन के अंदर पेपरलेस बजट कैसे प्रस्तुत करेंगे इसकी रूपरेखा भी खींच ली गई है। योगी आदित्यनाथ सरकार के वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में बुनियादी ढांचे पर फोकस होगा। चुनावी वर्ष का बजट होने के नाते प्रदेश सरकार इसके जरिये विभिन्न वर्गों को भी साधने की कोशिश करेगी। कोरोना वायरस आपदा के कारण राज्य और केंद्र सरकार के राजस्व में आई कमी से बजट के लिए संसाधन जुटाने की चुनौती बढ़ गई है।
सरकार के पिछले बजट का आकार 5.12 लाख करोड़ रुपये था। कयास लगाये जा रहे हैं कि बजट का आकार 5.5 से 5.6 लाख करोड़ रुपये हो सकता है। चुनावी वर्ष में हौसला दिखाते हुए सरकार इससे बड़े आकार का बजट भी प्रस्तुत कर सकती है।
चुनावी वर्ष में हसरतों को परवान चढ़ाने के लिए सरकार इसके साथ अगस्त व दिसंबर में दो अनुपूरक बजट भी पेश कर सकती है। योगी आदित्यनाथ सरकार के बजट में गंगा परियोजना, पांच एक्सप्रेसवे की परियोजनाओं को आगे बढ़ाने, 250 से अधिक आबादी वाले गांवों को मुख्य संपर्क मार्गों से जोड़ने, नोएडा में फिल्म सिटी, पर्यटन स्थलों के विकास के साथ आवास से जुड़ी परियोजनाओं के लिए भी घोषणाएं होने की उम्मीद है। कोरोना महामारी के चलते स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण घोषणाएं हो सकती हैं।