जेई के पद से इस्तीफा देकर बन गए डिप्टी कलेक्टर, जानें क्या है पूरा मामला

Prayagraj Zone UP

प्रयागराज(www.arya-tv.com) नैनी के रहने वाले युगांतर त्रिपाठी पेशे से इंजीनियर थे, लेकिन उन्होंने अपने भविष्य के लिए कुछ और ही सोच रखा था। राजस्थान में जयपुर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में अवर अभियंता (जेई) के पद से इस्तीफा दिया और तीसरे प्रयास में ही उन्हें पीसीएस में सफलता मिल गई। पीसीएस-2019 की मेरिट में दूसरे स्थान पर रहे युगांतर का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ है।

युगांतर ने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई यूपी बोर्ड से की। हाईस्कूल तक की पढ़ाई माधव ज्ञान केंद्र इंटर कॉलेज, नैनी से की। इसके बाद उन्होंने रणजीत पंडित इंटर कॉलेज, नैनी से इंटरमीडिएट किया। इंटर के बाद उन्होंने यूनाइटेड कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड रिसर्च बीटेक किया और राजस्थान में जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में जेई के पद पर ज्वाइन कर लिया। लेकिन, युगांतर ने अफसर बनने की ठान रखी थी, सो उन्होंने जेई के पद से इस्तीफा देकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी।

यूपी बोर्ड से पढ़े युगांतर त्रिपाठी अंग्रेजी माध्यम से पीसीएस परीक्षा में शामिल हुए और 29 वर्ष की आयु में डिप्टी कलेक्टर बनने का अपना सपना पूरा कर लिया। यह उनका तीसरा प्रयास था और वह दूसरी बार पीसीएस के इंटरव्यू में शामिल हुए थे। युगांतर ने भले ही बीटेक किया हो, लेकिन पीसीएस मुख्य परीक्षा में उन्होंने अपना वैकल्पिक विषय इतिहास रखा था। साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले युगांतर के पिता रवि प्रकाश त्रिपाठी छिवकी रेलवे स्टेशन पर प्रबंधक के पद से रिटायर हो चुके हैं और मां मधु त्रिपाठी गृहणी हैं।