वाराणसी (www.arya-tv.com) पूर्वांचल में ठंड की विदायी का दौर आ चुका है, वातावरण में शुष्क हवाएं काबिज हो चुकी हैं तो दूसरी ओर दिन का तापमान मानो नई ऊंचाइयां छूने को बेताब हो। ऐसे में तापमान सामान्य से अधिक भी चला जा रहा है। जबकि सुबह ठंडी हवा दोपहर होते होते शुष्क हवाओं में बदल जा रही है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले दिनों में बादलों की सक्रियता तो होगी ही साथ ही ठंड के बीच तापमान में उतार चढ़ाव का भी दौर होगा। मौसम का यह संक्रमण काल बीमारियों को भी खूब दावत देने की तैयारी में है। जबकि मार्च के दूसरे पखवारे से गर्मी का अहसास भी लोगों को बखूबी होने लगेगा। इस लिहाज से गुलाबी ठंड का दौर महज माह भर ही शेष है।
गुरुवार की सुबह आसमान साफ होने से हुई और दिन चढ़ने के साथ ही ठंडी हवाओं ने भी विदायी का रुख कर लिया और सुबह नौ बजे के बाद हवाएं शुष्क हो गईं और वातावरण में ठंड का नामोनिशान गायब हो चला। दिन चढ़ने पर सूरज की तल्खी का असर हुआ और लोगों को गर्मी का अहसास भी खूब हुआ। दिन चढ़ने के साथ ही पारा भी चढ़ जा रहा है और लोग पसीना पसीना भी हो रहे हैं। हालांकि, सुबह और शाम पर्याप्त राहत लोगों को मिल रही है। जबकि रात के तापमान में उतार चढ़ाव का दौर भी चल रहा है। ऐसे में तापमान में अनियमितता लोगों को सेहत संबंधी दुश्वारी भी देने लगी है।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा, न्यूनतम तापमान 14.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 78 फीसद और न्यूनतम 55 फीसद दर्ज किया गया। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों में पूर्वांचल में बादलों की सक्रियता नहीं है। जबकि पाकिस्तान तक पश्चिमी विक्षोभ के झोंके का असर आ चुका है। इसका असर दो दिन में उत्तर भारत तक दिखा तो पूर्वांचल में भी बादलों की आवाजाही हो सकती है या बूंदाबांदी होने के साथ तापमान में भी कमी हो सकती है।