बरेली(www.arya-tv.com) लॉकडाउन के बाद स्कूल खुलने के साथ ही एक बार फिर फीस माफी का मुद्दा सामने आ गया है। लॉकडाउन के दौरान फीस माफी को लेकर उपभोक्ता फोरम में अभिभावक संघ की ओर से वाद दायर किया गया था। इस मामले में उपभोक्ता फोरम ने इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष को अपना पक्ष रखने के लिए तलब किया है।
आनलाइन पढ़ाई के मुद्दे पर पेरेंट्स फोरम ने इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन के खिलाफ उपभोक्ता आयोग में दावा दायर किया है। फोरम के संयोजक मोहम्मद खालिद जिलानी एडवोकेट ने दावा किया कि सभी स्कूल ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर मनमानी फीस वसूल रहे हैं। अकुशल शिक्षकों से ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है। अभिभावकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कहीं इंटरनेट की सुविधा नहीं है तो कहीं बिजली गायब है। छात्रों के पास स्मार्टफोन या लैपटॉप भी उपलब्ध नहीं हैं। स्कूल एसोसिएशन अभिभावकों को महंगे स्मार्टफोन, मोबाइल व लैपटॉप खरीदने पर विवश कर रही है। छात्र ऑनलाइन पढ़ाई में अपनी समस्याओं का समाधान नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। सभी स्कूल मनमानी फीस वसूलने का दबाव बना रहे हैं। अन्यथा परीक्षा में शामिल न करने या स्कूल से नाम काट देने की धमकी दे रहे हैं।