(www.arya-tv.com)राजधानी लखनऊ से करीब 200 किमी दूर लखीमपुर जिले की निघासन तहसील से उत्तराखंड त्रासदी में 33 लोग लापता बताए जा रहे हैं। निघासन तहसील से करीब 27 किमी दूर इच्छानगर गांव से 16 लोग लापता हैं। यहां लापता लोगों में एक ही परिवार के 6 लोग शामिल हैं, जबकि एक के शव का पता चल गया है। हालांकि परिजन को अभी मौत की सूचना नहीं दी गई है। यहां से कुछ लोग आपस में चंदा कर गाड़ी रिजर्व किया और अपनों की तलाश करने उत्तराखंड गए हैं। बुधवार को उनके लौटने की उम्मीद है।
पति और बेटा दोनों लापता, बेटे की शादी भी तय हो गई थी
निघासन से करीब 25 किमी चलने के बाद बाएं हाथ पर पगडंडियों के सहारे 3 किमी दूर इच्छानगर गांव है। गांव में लोगों की भीड़ लगी हुई है। हर आने जाने वाली गाड़ी को उम्मीद भरी नजरों से देखते हैं कि शायद कहीं से कोई अच्छी खबर मिल जाए। रास्ते में ही जितेंद्र मिलते हैं। बताते हैं कि उनके परिवार के 6 लोग लापता हैं, जिनमें से एक से बात हो गई है। बाकियों का पता नही चल रहा। जितेंद्र अपने चचेरे भाई कृष्णा कुमार के घर ले गए। जहां पत्नी कौशल्या रोते-रोते निढाल हो चुकी हैं।घर के बरामदे में अलाव जल रहा है और गांव की महिलाएं और रिश्तेदार उन्हें सांत्वना देने के लिए इकट्ठा हैं। कौशल्या ने बताया कि उनके पति कृष्णा (52) और बेटा राजू (23) 3 महीने पहले उत्तराखंड काम करने गए थे। उससे पहले राजू की मंगनी हो गई थी। 24 अप्रैल को उसकी शादी है। कौशल्या को उम्मीद है कि पति और बेटा सही सलामत लौट आएंगे। हालांकि कृष्णा के चचेरे भाई जितेंद्र का कहना है कि फिलहाल तो आस टूट चुकी है। कौशल्या के साथ तीन बेटियां भी हैं। 14 साल की बेटी बेहोशी की हालत में चारपाई पर है। जबकि 8 साल और 4 साल की बेटियों के आंसू भी नही थम रहे।