(www.arya-tv.com)तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों की रद करने की मांग को लेकर जहां सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को किसानों का विरोध प्रदर्शन 65वें दिन में प्रवेश कर गया है, वहीं यूपी बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के प्रदर्शनकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है और वह किसानों के साथ धरने पर बैठे हैं। वहीं पुलिस ने गुरुवार रात प्रदर्शनकारी किसानों को हटाने की कोशिश की, मगर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत प्रदर्शन जारी रखने पर अड़े रहे। इधर, शुक्रवार सुबह रालोद नेता जयंत चौधरी किसानों के समर्थन में यूपी गेट पहुंचे हैं, जहां राकेश टिकैत भी उनके साथ हैं।
शुक्रवार को जारी धरने के बीच राकेश टिकैत ने अहम बयान में कहा है कि हम यह जगह खाली नहीं करेंगे। हम अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार से बात करेंगे और अपना पक्ष रखेंगे। साथ ही राकेश टिकैत ने लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें। इसी बीच राष्ट्रीय लोकदल के पूर्व सांसद जयंत चौधरी भी गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि वह राकेश टिकैत से मुलाकात कर सकते हैं।
सिसौली में आज किसानों की महापंचायत
इन सबके बीच आंदोलन का अगला महापड़ाव मुजफ्फरनगर है। भारतीय किसान यूनियन (BKU) प्रवक्ता राकेश टिकैत की भावुक अपील के बाद जाट बेल्ट में किसानों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है। यहां हो रही महापंचायत में कई पड़ोसी राज्यों के किसान जुट रहे हैं।
किसानों के मसीहा माने जाने वाले महेंद्र सिंह टिकैत की जन्मस्थली सिसौली को किसानों की राजधानी कहा जाता है। यहां राजकीय इंटर कॉलेज में महापंचायत में अब शक्ति प्रदर्शन की तैयारी है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सिसौली का बाजार बंद है। वहीं बीकेयू प्रमुख नरेश टिकैत ने किसानों को पूरी तरह शांति व्यवस्था बनाए रखने की हिदायत दी है। सिसौली महापंचायत में गाजीपुर बॉर्डर से धरना उठाने की घोषणा करने वाले नरेश टिकैत भी छोटे भाई राकेश टिकैत के भावुक होने के बाद अपने फैसले से पलट गए हैं। देर रात इमरजेंसी पंचायत बुलाकर टिकैत ने किसानों से जल्द से जल्द गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने के निर्देश दिए हैं।
महापंचायत में भीड़ को लेकर चलती रही बैठकें
किसानों से कहा गया है कि महापंचायत में इतनी भीड़ जुट जाए कि सरकार को किसानों की एकता के सामने झुकने को मजबूर होना पड़े। रात भर बीकेयू के असर वाले गांवों में भीड़ जुटाने के लिए बैठकों का दौर चलता रहा। आरएलडी, कांग्रेस और एसपी ने भी महापंचायत को समर्थन देकर बीकेयू का मनोबल बढ़ा दिया है। उधर महापंचायत के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। ऐसे में पूरी रेंज से पुलिस बल बुलाने के साथ अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की है।